छत्तीसगढ़। भाजपा ने प्रत्याशियों की सूची (BJP candidates list) तय कर ली है। इसमें कई तरह के प्रयोग भी किए गए हैं। नए चेहरों को शामिल किया जा रहा है। अभी करीब 50 नामों पर मुहर (Seal on 50 names) लग चुकी है। इसमें राजनांदगांव से डा. रमन सिंह, लोरमी से अरुण साव, धरसीवां से अनुज शर्मा और बसना से संपत अग्रवाल का नाम लगभग तय माना जा रहा है।
रविवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक नई दिल्ली में हुई। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह शामिल थे। बैठक में छत्तीसगढ़ से अरुण साव डॉक्टर रमन सिंह नारायण चंदेल जैसे नेता शरीक हुए ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जब नाम तय किए जा रहे थे तो केंद्रीय नेताओं को प्रत्याशियों की तस्वीर दिखाई गई। उनका पूरा बायोडाटा दिखाया गया। उनकी छवि के बारे में जानकारी दी गई। समाज में उनका कितना असर है, इसके इस बारे में भी बताया गया। क्यों वह जीतने वाले कैंडिडेट साबित हो सकते हैं, इसके हर पहलू को राष्ट्रीय नेताओं को समझाया गया।
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री नाना की राम कंवर को चुनाव लड़ाया जाएगा। बाकायदा उनके नाम को दिल्ली में हुई बैठक में तय कर लिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस बैठक में मौजूद थे। उन्होंने ननकी राम के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। ननकी राम कंवर को रामपुर की सीट से चुनावी मैदान में उतारा जाएगा।
भाजपा के नेताओं की इस बड़ी बैठक के बावजूद यह तय नहीं हो पाया कि छत्तीसगढ़ के दिग्गज कांग्रेसी नेता के खिलाफ किसे उतारा जाए। उपमुख्यमंत्री TS सिंहदेव के खिलाफ भाजपा से अनुराग चुनाव लड़ चुके हैं , मगर इस बार की बैठक में यहां प्रत्याशी बदलने की चर्चा रही। अंबिकापुर सीट से भाजपा किसे टिकट देगी यह तय नहीं हो पाया। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि जल्द ही नाम तय कर लिया जाएगा। भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन के चुनावी मैदान में दुर्ग से सांसद विजय बघेल को टिकट दे चुकी है।
रायपुर उत्तर की विधानसभा सीट भाजपा के लिए सवाल बनकर खड़ी है। यहां से रायपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, सिंधी समाज से सदानी दरबार से ताल्लुक रखने वाले उदय शदानी, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी , उत्कल समाज से ताल्लुक रखने वाले पुरंदर मिश्रा, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता और नया युवा चेहरा उमेश घरमोडे जैसे नाम सामने आए हैं।पिछली बार भाजपा ने श्रीचंद सुंदरानी को टिकट दिया था, लेकिन उन्हें कांग्रेस से उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में पार्टी अनुभवी को मौका देगी या नए चेहरे पर दांव लगाएगी इसे लेकर चर्चा जारी है। जल्द ही उत्तर की सीट पर उठे सवाल का जवाब भाजपा देगी।
2018 तक 15 सालों तक सत्ता में रही भारतीय जनता पार्टी 15 सीटों पर सिमट गई । इसे लेकर एक बड़ी रणनीति भाजपा ने तैयार की है ताकि दोबारा सत्ता हासिल हो सके। पिछली गलतियों से सबक लेकर भारतीय जनता पार्टी ने नई लिस्ट तैयार की है मंशा यही है कि छत्तीसगढ़ में कमल खिल सके।
रात 10:30 बजे के आसपास छत्तीसगढ़ के नेताओं को बैठक में बुलाया गया था । प्रधानमंत्री खुद इस बैठक में मौजूद थे। बैठक कक्ष में की स्क्रीन लगाई गई थी। छत्तीसगढ़ की विधानसभा सीटों को स्क्रीन पर दिखाया गया, जिस सीट पर जिस प्रत्याशी को उतारना है उसके नाम दिखाए गए उसके बैकग्राउंड के बारे में जानकारी राष्ट्रीय नेताओं को दी गई। राष्ट्रीय नेताओं ने भी अपने कुछ इनपुट दिए और उसके साथ सूची फाइनल की गई। रात में हुई इस बैठक से पहले दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा । पहले सभी नेता दिल्ली में ही मनसुख मांडवीया के घर पर पहुंचे थे। यहां छत्तीसगढ़ की सीटों को लेकर चर्चा की गई इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर भी एक बैठक हुई जिसमें अमित शाह के मौजूद होने की खबर है। इन तैयारी और होमवर्क के बाद रात में फाइनल बैठक में छत्तीसगढ़ के नेता पहुंचे।
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