रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में आतंकी हमले में शहीद हुए छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित कारोबारी दिनेश मिरानिया (45) का अंतिम संस्कार शुक्रवार को रायपुर में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग उमड़े। पुत्र शौर्य मिरानिया ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर नम आँखों से विदाई दी, वहीं पत्नी नेहा मिरानिया अंतिम दर्शन के समय शोक के भार से बेहोश हो गईं। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
अंतिम यात्रा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, राज्यपाल रमेश बैस, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह सहित कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री साय और डिप्टी सीएम शर्मा ने पार्थिव शरीर को कंधा देकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों के निधन से पूरा छत्तीसगढ़ दुःखी है। हमले में दिवंगत, रायपुर के श्री दिनेश मिरानिया जी के पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी। अंतिम यात्रा में पार्थिव शरीर को कांधा देकर अंत्येष्टि कर्म में सम्मिलित हुआ।
दुःख की इस घड़ी में… pic.twitter.com/cPkVdfSf7G
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) April 24, 2025
हमले के बाद रायपुर समेत पूरे राज्य में आक्रोश व्याप्त है। नागरिकों ने सड़कों पर पाकिस्तान के झंडे बिछाकर उन पर पैदल चलकर और थूक कर अपना गुस्सा जाहिर किया। आतंकियों की तस्वीरों पर लोग गालियां दे रहे हैं। हर गली, हर चौराहे पर शहीद दिनेश के प्रति श्रद्धांजलि और आतंक के खिलाफ आक्रोश दिख रहा है।
#WATCH | Raipur | Chhattisgarh CM Vishnu Deo Sai participates in the last rites of businessman Dinesh Miraniya, who was killed in terror attack that took place at Pahalgam pic.twitter.com/gKp5eNhDUW
— ANI (@ANI) April 24, 2025
शोक की सबसे पीड़ादायक बात यह रही कि जिस दिन दिनेश मिरानिया को आतंकियों ने गोली मारी, वही दिन उनकी विवाह वर्षगांठ भी थी। वे परिवार सहित पहलगाम के बैसरन घाटी में इस खास दिन को मनाने गए थे। साथ में पत्नी नेहा, बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता मौजूद थे। आतंकी हमले में दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य सदस्य किसी तरह से बाल-बाल बचे।
छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम ऐसा भारत बनाएंगे, जहां किसी को जान बचाने के लिए न तो कलावा छुपाना पड़ेगा, न रूद्राक्ष, और न ही कलमा पढ़ना पड़ेगा। आतंकवादियों को इस देश में जगह नहीं मिलेगी।”
वहीं पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने दो टूक कहा, “आतंकियों के लिए बिना मुकदमा चलाए गोली ही एकमात्र जवाब होना चाहिए।”