रायपुर। दंतेवाड़ा जिला अस्पताल (Dantewada District Hospital) में बीते दिनों मोतियाबिंद के ऑपरेशन (Cataract surgery) के बाद ग्रामीणों की आंख में संक्रमण फैलने के मामले में साय सरकार ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। लापरवाही बरतने वाले जूनियर साइंटिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट को बर्खास्त कर दिया गया है। इससे पहले प्रारंभिक जांच में लापरवाही पाए जाने पर बीते रविवार को नेत्र सर्जन समेत दो सहायक स्टाफ को निलंबित किया गया था।
विगत दिनों में क्षेत्रीय नेत्र अनुसंधान केंद्र, नेत्र रोग विभाग, पं.ज.ने. स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपुर, छ.ग. में सोमवार तक मोतियाबिंद शल्यक्रिया उपरांत 12 मरीज दंतेवाड़ा से रेफर किये गये है। इन मरीजों के आँखों में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विभाग के रेटिना यूनिट के डॉ. अमृता वर्मा, डॉ. संगीता ठाकुर और डॉ. प्रांजल मिश्रा के द्वारा मरीजों का गहन परीक्षण किया गया व तत्काल आवश्यकता अनुसार इंट्राविकट्रीयल इंजेक्शन व विक्ट्रेक्टॉमी उपचार मरीजों के हित में किया गया।
डॉ. विवेक चौधरी, अधिष्ठाता, पं.ज.ने. स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ. संतोष सोनकर, संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक, डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय एवं विभागाध्यक्ष डॉ. निधि पाण्डे के निर्देशन में मरीजों का उपचार नेत्र अनुसंधान केंद्र, नेत्र रोग विभाग के विशेषज्ञों की सतत निगरानी में जारी है। वर्तमान में सभी मरीजों की स्थिति स्थिर है एवं संक्रमण नियंत्रण में है। दृष्टि की संभावना के विषय में वर्तमान में बताया जा सकना संभव नहीं है।
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