छत्तीसगढ़। एक मीडिया समूह ने आज शाम अपने एग्जिट पोल ( Chhattisgarh exit poll ) में कांग्रेस को 40 से 50 तो बीजेपी को 36 से 46 सीट (Congress will get 40 to 50 seats ) मिलने की संभावना व्यक्त की है। इसके अलावा अन्य को 1 से 5 सीट मिलने का संभावना व्यक्त किया है। कमोबेश यही पाेल मीडिया समूह ने भी जारी किया है। पाेल में माना जा रहा है कि इस बार छत्तीसगढ़ में किसी भी पार्टी की प्रचंड लहर नहीं चली। जैसा की पिछले विधानसभा में चला था। एक बात तो साफ है कि कांग्रेस और बीजेपी में कांटे का मुकाबला है। लेकिन 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा कि जनता किसे अपना समर्थन दिया है। इस बार पार्टी के अलावा व्यक्ति विशेष पर भी अधिकांश सीटों पर लोगों ने वोट दिया है। यही वजह है कि कांग्रेस और बीजेपी में नजदीकी लड़ाई दिख रही है। यही वजह है कि हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका से कांग्रेस अपने विधायकों को जीतने के बाद अपने अंडर में लेगी। क्योंकि डर है कि कहीं मध्यप्रदेश की तर्ज पर कांग्रेस की सरकार न पलट जाए। बहरहाल, ये कायसों का दौर है। अभी कुछ कह पाना मुश्किल है।
गौरतलब है कि तीन दिसंबर को पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने हैं इन चुनावी राज्यों में एक प्रदेश छत्तीसगढ़ भी है, जहां दो चरणों में वोटिंग हुई थी। वोट प्रतिशत 76.31 फीसदी रहा जो साल 2018 के मुकाबले (76.88) मामूली नीचे था। चुनाव के नतीजों से पहले सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी पार्टी बीजेपी दोनों में हलचल है।
इस बीच कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर नतीजे तय हो सकते हैं। बीजेपी की बात करें तो उसने चुनाव से पहले महतारी वंदना योजना (Mahtari Vandan Yojna) का वादा किया था। इसमें शादीशुदा गृहणियों को हर साल 12 हजार रुपये दिए जाने का वादा किया गया। बीजेपी के इस घोषणापत्र को गृह मंत्री और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने जारी किया था। इसके बाद कांग्रेस ने ‘भरोसे का घोषणापत्र’ जारी किया था। इसमें महतारी न्याय योजना समेत 20 वादे किए गए। इसमें गैस सिलेंडर पर 500 रुपये की सब्सिडी देने की बात भी कही गई। ऐसे वादों के बावजूद कांग्रेस ने पहले चरण की वोटिंग के बाद गृह लक्ष्मी योजना का वादा किया। इसमें चुनाव जीतने पर राज्य की हर महिला को 15 हजार सालाना देने की बात कही गई। इसे बीजेपी की महतारी वंदना योजना का काउंटर माना गया।
कांग्रेस के इस ऐलान से लगने लगा कि पहले चरण की वोटिंग से पार्टी संतुष्ट नहीं है और उसे लगने लगा है कि बीजेपी को उसके ऐलान से फायदा हो रहा है। ये भी माना जा रहा है कि पहली बार वोट डाल रहे युवा और रोजगार की मांग कर रही जनता ने बीजेपी को मौका देने का मन बनाया है। क्योंकि बीजेपी ने वादा किया है कि दो साल में एक लाख सरकारी पदों पर नौकरी दी जाएगी| युवा वोटबैंक कांग्रेस से दूर जाता इसलिए भी लग रहा है क्योंकि भ्रष्टाचार के कुछ मामलों ने मौजूदा सरकार की छवि धूमिल की है।
वहीं, छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस अपनी छवि किसान समर्थक वाली बनाने में कामयाब हुई है। धान की खरीदी पर पेमेंट बढ़ाने समेत कुछ फैसलों ने राज्य में किसानों को फायदा पहुंचाया। नतीजों से पहले कांग्रेस ने दावा किया है कि वह राज्य की 90 में से 75 सीट जीतेगी| एक्सपर्ट इसके चांस कम बताते हैं। फिलहाल राज्य में 2018 जैसा माहौल नहीं है। किसी भी पार्टी के पक्ष में लहर नहीं दिखती। बीजेपी राज्य में बिना सीएम फेस के उतरी है, एक्सपर्ट मानते हैं कि ये बात पार्टी के खिलाफ भी जा सकती है।
INC
49-65
BJP
25-41
OTH
0-0
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INC
41-53
BJP
36-48
OTH
0-4
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INC
44-52
BJP
34-42
OTH
0-2
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INC
49-65
BJP
25-41
OTH
0-0
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INC
42-53
BJP
34-45
OTH
0-3
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