छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: कवासी लखमा के करीबियों पर बड़ा शिकंजा, 20 से ज्यादा ठिकानों पर ACB-EOW की रेड

ACB की एक टीम अशोक अग्रवाल को हिरासत में लेकर उनकी फैक्ट्री तक भी गई है, जहां दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

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  • Publish Date - May 20, 2025 / 12:22 PM IST

छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले (Liquor Scam) की जांच अब तेज़ होती जा रही है। सोमवार तड़के 4 बजे ACB और EOW की टीमों ने दुर्ग-भिलाई समेत राज्य के कई हिस्सों में एक साथ छापेमारी शुरू की। इस बार कार्रवाई का केंद्र बने हैं पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबी कारोबारी और उनके साझेदार।

दुर्ग-भिलाई में 22 जगहों पर एकसाथ दबिश दी गई है। चार गाड़ियों में सवार टीमें एक साथ कई ठिकानों पर पहुंचीं। इनमें आम्रपाली अपार्टमेंट में अशोक अग्रवाल, नेहरू नगर में बंसी अग्रवाल और विशाल केजरीवाल, खुर्सीपार में विनय अग्रवाल के घर और फैक्ट्रियों पर छानबीन जारी है। इसी तरह धमतरी और महासमुंद में भी तलाशी ली जा रही है।

ACB की एक टीम अशोक अग्रवाल को हिरासत में लेकर उनकी फैक्ट्री तक भी गई है, जहां दस्तावेजों की जांच की जा रही है। अशोक अग्रवाल लखमा के करीबी माने जाते हैं और उनके खिलाफ घोटाले में संलिप्तता के गंभीर आरोप हैं।

भिलाई के GI तार फैक्ट्री संचालक बंसी अग्रवाल, बिल्डर विश्वास गुप्ता, स्पर्श हॉस्पिटल के डायरेक्टर संजय गोयल और होटल व्यवसायी आशीष गुप्ता भी इस जांच के घेरे में हैं।

महासमुंद जिले के सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के यहां भी टीमों ने दस्तावेज जब्त किए हैं। दो वाहन और 20 अधिकारियों की टीम यहां कार्रवाई में जुटी है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी तीन दिन पहले रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, अंबिकापुर और जगदलपुर में कवासी लखमा व उनके करीबियों के 13 ठिकानों पर छापा मारा गया था, जिसमें नकदी, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जमीन और बैंक अकाउंट से जुड़ी अहम जानकारियां सामने आई थीं।

ACB-EOW की ये संयुक्त कार्रवाई छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शराब घोटाले की परतें लगातार खोल रही है। अभी कई और नाम और ठिकाने इस जांच में सामने आ सकते हैं।