भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ‘प्रभात झा’ की हालत गंभीर! पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने लिखा…मृत्यु से लड़ रहे हैं…
By : hashtagu, Last Updated : July 19, 2024 | 3:32 pm
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार करीब 27 दिन पहले हार्ट अटैक की गंभीर शिकायत के बाद भर्ती कराया गया है। मध्यप्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई ने मेदांता पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर हालचाल जाना।
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने 18 घंटे पहले अपने फेसबुक वॉल पर लिखा ……मृत्यु से लड़ रहे हैं…भाजपा नेता श्री प्रभात झा जी…. मेरे मित्र भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ,पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, तीन बार राज्यसभा सदस्य रहे भाई प्रभात झा बीमार हैं। बीमारी गंभीर है। मेदांता अस्पताल गुरुग्राम में विगत 26 दिनों से भर्ती हैं।
- आज मैं मेदांता अस्पताल गया था । उनके बेटे तुष्मूल से मुलाकात हुई । प्रभात झा जी तक जाने की मनाही है। डॉक्टर अब निराशाजनक बात करने लगे हैं परंतु प्रभात जी के बेटे अभी भी पिता के जीवन के लिए लड़ रहे हैं। प्रभात जी ने कभी भी संघर्ष के मैदान में हार नहीं मानी । आज उनके बेटे भी पिता जी के जीवन पर आए संकट पर हार मानने तैयार नहीं हैं।
प्रभात जी के खराब स्वास्थ्य से मैं दुखी हूं । ईश्वर से प्रार्थना है उन्हे स्वास्थ्य लाभ दे।
उल्लेखनीय है कि प्रभात झा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहने के अलावा मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष और तीन बार राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। राजनाथ सिंह के अध्यक्षीय कार्यकाल में राष्ट्रीय सचिव रह चुके हैं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रुप में पंजाब और चंडीगढ़ के प्रभारी रहे हैं।छत्तीसगढ़ में पहली बार भाजपा सरकार बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है। इसके अलावा कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर की संकल्पना से लेकर उसे मूर्त रुप देने में उनका सर्वाधिक योगदान रहा है।
अविभाजित मध्यप्रदेश में भाजपा की मीडिया विंग की परिकल्पना और उसे मजबूत रुप से स्थापित करने में उनका खासा योगदान है। उन्हे अविभाजित मध्यप्रदेश का पहला संवाद एवं सम्पर्क प्रमुख बनाया गया था , इस पद को बाद में प्रदेश मीडिया प्रभारी के नाम से जाना गया। पार्टी ने उन्हे कई राज्यों जैसे गुजरात, झारखण्ड ,उत्तरप्रदेश और बिहार के विधानसभा चुनावों में मीडिया मैनेजमेन्ट की जिम्मेदारी सौंपी ,जिसका उन्होने बखूबी निर्वहन किया।
- प्रभात झा के निकट सहयोगी रहे भाजपा के पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी और जबलपुर के अधिवक्ता मनीष मिश्रा के अनुसार पार्टी में जनाधार वाले कई नेता हुए हैं लेकिन कुशाभाऊ ठाकरे के बाद श्री झा भाजपा के ऐसे दूसरे नेता थे जिन्होने कार्यकर्ताओं के मर्म को समझा। प्रदेश अध्यक्ष के रुप में अपने कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश के लगभग हर मंडल तक पहुंचकर कार्यकर्ताओं की बैठक लेने वाले शायद वे इकलौते नेता रहे हैं। पार्टी से मिली जिम्मेदारियों के कारण मध्यप्रदेश के अंदर औऱ अन्य राज्यों में दायित्व के दौरान लगातार दौरों के कारण ही मधुमेह औऱ उच्च रक्तचाप की बीमारी की चपेट में आए।
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