रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला (Sushil Anand Shukla) ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक महीने की सरकार को देखकर लगता है कि जैसे अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) भी केंद्र शासित राज्य हो गया है। यहां के नेता, मुख्यमंत्री और मंत्री को कोई भी निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। राजनीतिक रूप से बीजेपी के निर्णय केंद्रीय नेतृत्व ही ले रहा है।
बीजेपी की ओर से कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के ऊपर बीजेपी के पास एक भी पैसे का प्रमाणिक भ्रष्टाचार का कोई तथ्य नहीं है। मैं चुनौती देता हूं ये सरकार में हैं न, अगर कोई भ्रष्टाचार हुआ है तो उसकी जांच की जाए। तथ्य पेश किए जाएं और जो दोषी हो उन पर कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद करने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि योजना बंद करने के लिए हमेशा ही सरकार के पास कोई ना कोई ठोस का कारण होना चाहिए। जिस योजना से जनता को लाभ हो रहा था, उसे बंद कर देना ठीक नहीं है। जनता ने हीं आपको कुर्सी दी है और जनता ही आपको कुर्सी से उतरेगी।
राम मंदिर को लेकर चल रहे हैं विवाद को लेकर शुक्ला ने कहा कि धर्म व्यक्तिगत आस्था का विषय है। धर्म का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। कांग्रेस और बीजेपी की राम भक्ति में बेसिक अंतर यही है। हम अपने आध्यात्मिक शांति के लिए अपने आध्यात्मिक उन्नति के लिए भगवान राम से वर्षों से नाता रहा है। बीजेपी में भगवान राम से अपना नाता केवल राजनीतिक उत्थान के लिए बनाया है।
अभी राम मंदिर का उद्घाटन इसलिए कर रहे, ताकि लोकसभा चुनाव में उसका राजनीतिक लाभ लिया जा सके। भगवान राम का मंदिर कोर्ट के आदेश से बन रहा है। भक्तों के पैसों से भव्य मंदिर बन रहा है, तो बीजेपी कौन होती है इसका राजनीतिक लाभ लेने वाली।
बीजेपी ने पूरे चुनाव तक केवल गठन योजना को बदनाम करने की कोशिश की है। सरकार में आने के बाद उन्हें समझ में आया कि यह बढ़िया योजना है। इस योजना से माता-बहनों को लाभ मिल रहा था। इस योजना से गौ सेवा हो रही थी तो इसलिए आखिर में बीजेपी ने भी गौठान योजना को शुरू करने के लिए सहमत है।
जो बीजेपी गौ सेवा की बात करती है, वहीं गौठानों में सूअर पालन केंद्र बनाए जाने की बात कर रही है। यह बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यजनक है।
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