कवर्धा एसपी का फिर तबादला: राजेश अग्रवाल की जगह धर्मेंद्र छवई बने नए एसपी

पिछले महीने 20 सितंबर को कवर्धा लोहारीडीह हत्याकांड के बाद पहले एसपी अभिषेक पल्लव का तबादला किया गया था, और उनकी जगह राजेश अग्रवाल को जिम्मेदारी दी गई थी।

  • Written By:
  • Updated On - November 26, 2024 / 01:19 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ शासन ने एक बार फिर कवर्धा (कबीरधाम) (Kabirdham) के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का तबादला कर दिया है। राजेश अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह अब धर्मेंद्र छवई को कवर्धा का नया एसपी नियुक्त किया गया है। यह बदलाव दो महीने में दूसरी बार हुआ है।

पिछले महीने 20 सितंबर को कवर्धा लोहारीडीह हत्याकांड के बाद पहले एसपी अभिषेक पल्लव का तबादला किया गया था, और उनकी जगह राजेश अग्रवाल को जिम्मेदारी दी गई थी। अब, राजेश अग्रवाल के तबादले की वजह उनकी खराब तबीयत बताई जा रही है। उन्हें हाल ही में रायपुर में भर्ती कराया गया था और उन्होंने स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। इसके बाद, उन्हें कवर्धा से हटाकर सहायक पुलिस महानिरीक्षक (एआईजी) के पद पर पुलिस मुख्यालय भेजा गया है।

राजेश अग्रवाल के साथ ही चार अन्य आईपीएस अधिकारियों के भी तबादले किए गए हैं। गृह (पुलिस) विभाग द्वारा सोमवार देर शाम जारी आदेश में मयंक गुर्जर को बीजापुर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) की जिम्मेदारी दी गई है। मयंक पहले मोहला-मानपुर जिले के एएसपी थे। वहीं, बीजापुर की एएसपी पूजा कुमार को दंतेवाड़ा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।

इससे पहले, 9 नवंबर को भी चार सीनियर आईपीएस अधिकारियों के प्रभार में बदलाव हुआ था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दीपांशु काबरा को प्रशिक्षण और अजाक (आदिम जाति कल्याण) की जिम्मेदारी दी गई, जबकि आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा को पुलिस प्रशिक्षण का आईजी नियुक्त किया गया। आईपीएस ध्रुव गुप्ता को पुलिस महानिरीक्षक, सीसीटीएनएस/एससीआरबी पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर भेजा गया, और आईपीएस अरविंद कुजूर को पुलिस महानिरीक्षक, सीएएफ पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर का प्रभार सौंपा गया था।

कवर्धा में एसपी का तबादला उस समय भी हुआ था जब 20 सितंबर को लोहारीडीह हत्याकांड के बाद प्रशासनिक संकट उत्पन्न हो गया था। इस कांड के बाद एसपी अभिषेक पल्लव और कलेक्टर जन्मेजय महोबे को हटाया गया था। उस समय एसआई कुमार मंगलम और महिला आरक्षक अंकिता गुप्ता को निलंबित कर दिया गया था, जबकि रेंगाखार थाने के निरीक्षक समेत 23 स्टाफ को लाइन अटैच कर दिया गया था।