बिलासपुर। सावधान हो जाइए अपने बच्चों को मोबाइल एडिक्ट (Mobile addict) बनने से रोकिए, इसके लिए अभिभावकों को मोबाइल की आदत बच्चों को नहीं लगाए। अगर ऐसा जो परिवार नहीं कर पा रहे हैं, तो उन्हें बड़ी आफतों का समाना करना पड़ रहा है। सरकंडा थाना क्षेत्र में पिता ने खेलने के लिए मोबाइल देने से मना किया तो 13 साल के बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मोबाइल के लिए बच्चे ने दी जान: बच्चे को फांसी (Hanging the child) पर लटका देख मां के पैरों तले जमीन खिसक गईं। जोर से चिल्लाने के बाद पिता और परिवार के दूसरे लोग सोकर उठे. बच्चे को फांसी से उतारने के बाद तुरंत सिम्स अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जांच के बाद डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। सरकंडा थाना प्रभारी तोपसिह नवरंग ने बताया कि बच्चे के पिता से जानकारी ली गई है. मोबाइल देने से मना करने पर बच्चे ने ये कदम उठाया है. आगे की कार्रवाई की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में खुदकुशी के चौंकाने वाले आंकड़े
हाल ही में भिलाई में एक 11वीं क्लास के नाबालिग लड़के ने भी पिता की डांट के बाद खुदकुशी कर ली थी. उसके पिता ने पढ़ाई पर ध्यान देने और मोबाइल में ज्यादा ध्यान नहीं देने को कहा था. इस बात से नाराज होकर लड़के ने अपनी जिंदगी खत्म ली. छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के मामले काफी चौंकाने वाले हैं. साल 2022 में छत्तीसगढ़ विधानसभा में बताए गए आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में महीने में 600 लोग यानी हर रोज 20 लोग खुदकुशी कर जान देते हैं।
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