रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को महादेव सट्टा ऐप (Mahadev satta app) प्रमोटर्स की तरफ से 508 करोड़ रुपए दिए गए थे। ED की चार्जशीट में ये खुलासा हुआ है। ईडी के अनुसार, असीम दास ने अपने बयान में कहा है कि महादेव ऑनलाइन बुक के एक प्रमोटर शुभम सोनी ने उसे भूपेश बघेल को कैश पहुंचाने का काम सौंपा था।
शुभम सोनी के ईमेल और चंद्रभूषण वर्मा सहित अन्य गवाहों के बयानों से संकेत मिलता है कि कॉन्स्टेबल भीम सिंह यादव ने “लाइजनिंग मनी” के भुगतान में महादेव ऑनलाइन बुक के लिए एक माध्यम के रूप में काम किया।
मामले में आरोपी शुभम सोनी ने ED को एक मेल किया था, जो एंबेसी के जरिए सर्टिफाइड था। शुभम सोनी के मुताबिक महादेव सट्टा ऐप चलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए गए।
पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक राजेश मूणत ने बयान दिया है कि हमने जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, उस पर जांच आगे बढ़ रही है। चार्जशीट में भूपेश बघेल का नाम शामिल होना यह दर्शाता है।
एक बार फिर उस बयान को झूठलाने के लिए जेल के अंदर जाकर ईडी आसीम दास का बयान लेती है, कौन सा बयान ज्यादा ऑथेंटिक माना जाएगा जो ED ने थर्ड डिग्री इस्तेमाल करके लिया था या उस व्यक्ति ने कोर्ट के माध्यम से अपनी बात रखी थी या फिर जो फिर ईडी ने जेल में जाकर उस बयान को लिया है।
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