Political story-कांग्रेस-BJP की बढ़ी धड़कनें : ‘Exit Poll’ से इतर सीटों का आंकलन!
By : hashtagu, Last Updated : December 2, 2023 | 2:50 pm
बरहाल, एग्जिट पोल के बाद दोनों पार्टियों ने बताया कहां जीत सकते हैं छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने के बाद दोनों ही पार्टियों के अलग-अलग दावे हैं। कांग्रेस का दावा है कि 75 सीट पर जीत रहे हैं, वहीं भाजपा भी 55 सीट पर जीतने का दावा कर रही है। जब दाेनों पाार्टियों के 5-5 बड़े पदाधिकारियों से विधानसभावार सीटों पर बात की गई तो कांग्रेस ने 53 और भाजपा ने 44 सीट पर जीत बताई है।
- दोनों पार्टियों के इस दावे में एक बात तो साफ है कि बस्तर और सरगुजा में भाजपा अपना खाता खोल लेगी। अभी इन दोनों संभागों में भाजपा के पास एक भी सीट नहीं है। वहीं ग्रामीण सीटों पर कांग्रेस के आगे होने की बात खुद भाजपा स्वीकार रही है। दाेनों पार्टियों के जीत-हार का तुलनात्मक आंकलन करने पर सामने आया कि 29 सीट पर कांग्रेस और 24 सीट पर भाजपा की जीत पक्की है। 37 सीटों पर कांटे की टक्कर हैं। इसमें से 9 सीटें रायपुर उत्तर, अंतागढ़, कोटा, सरायपाली, पामगढ़, जैजेपुर, बिलाईगढ़, कोंटा, पाली तानाखार में त्रिकोणीय समीकरण की वजह से फंस गई हैं। यहां पर इन दोनों पार्टियों के अलावा तीसरा भी जीत सकता है। पार्टियों के दावे कितने सही है रविवार को मतगणना के बाद स्पष्ट हो जाएंगे।
आंकलन का फार्मूला – कांग्रेस ने जिन सीटों को हारा बताया, सिर्फ उन सीटों को ही भाजपा की जीत में रखा गया। इसी तरह भाजपा ने जहां खुद को हारा बताया, वो कांग्रेस की पक्की जीती हुई सीट मानी गई है। जिन सीटों पर दोनों पार्टियों ने जीत का दावा या कड़ा मुकाबला माना है, उन्हें टक्कर की श्रेणी में रखा गया है।
दुर्ग – 20 में से 8 सीटों पर कड़ा मुकाबला
दुर्ग संभाग में अभी कांग्रेस के पास 18 और भाजपा के पास सिर्फ 2 सीटें हैं। 2023 चुनाव के आंकलन में कांग्रेस 7 सीट और भाजपा 5 सीट पर जीत रही है। जबकि 8 सीटों पर कड़ा मुकाबला है। इस संभाग में डोंगरगढ़ एक ऐसी सीट है, जिसे दोनों पार्टियां हारी हुई मान रही है।
भाजपा: भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा, राजनांदगांव, पंडरिया
कांग्रेस: संजारी बालौद, गुंडरदेही, पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, बेमेतरा, कवर्धा
कांटे की टक्कर: डोंडी लोहारा, साजा, नवागढ़, डोंगरगांव, डोंगरगढ़, खुज्जी, खैरागढ़, मोहला मानपुर
बिलासपुर – 24 में से 10 सीटें फंसी हुई
संभाग में अभी कांग्रेस 13, भाजपा 7, बसपा 2 और जोगी कांग्रेस 2 सीट पर काबिज है। आंकलन में यहां पर कांग्रेस 8, भाजपा 5 सीट पर जीत रही है। 11 सीट पर कड़ा मुकाबला है। इसमें से जैजेपुर, पामगढ़, पाली तानाखार में बसपा और कोटा में जोगी कांग्रेस की वजह से त्रिकोणीय समीकरण है।
भाजपा: रायगढ़, रामपुर, लोरमी, तखतपुर, अकलतरा
- कांग्रेस: सारंगढ़, खरसिया, धरमजयगढ़, कोरबा, मरवाही, बिल्हा, बिलासपुर, सक्ती
- कांटे की टक्कर: लैलूंगा, कटघोरा, कोटा, मुंगेली, बेलतरा, मस्तूरी, जांजगीर चांपा, चंद्रपुर, जैजेपुर, पामगढ़,पाली तानाखार
रायपुर – 20 में 5 सीट पर कांटे की टक्कर
रायपुर संभाग में अभी कांग्रेस के पास 14, भाजपा के पास 5 और जोगी कांग्रेस के पास एक सीट है। 2023 के आंकलन में कांग्रेस 8 और भाजपा 6 सीट पर पक्की जीत देखने को मिल रही है। 6 सीटों पर कांंटे की टक्कर हैं। इसमें से रायपुर उत्तर में निर्दलीय अजीत कुकरेजा, सरायपाली में जोगी कांग्रेस और बिलाईगढ़ में बसपा की वजह से त्रिकोणीय समीकरण है।
- भाजपा: बसना, धरसींवा, रायपुर दक्षिण, बिंद्रानवागढ़, कुरूद, धमतरी
- कांग्रेस: सरायपाली, खल्लारी, महासमुंद, कसडोल, बलौदाबाजार, रायपुर ग्रामीण, आरंग, राजिम
- कांटे की टक्कर: बिलाईगढ़, भाटापारा, रायपुर उत्तर, रायपुर पश्चिम, अभनपुर, सिहावा
बस्तर – 12 में से 8 सीटें मुकाबले में फंसी
बस्तर संभाग में भाजपा के पास एक भी सीट नहीं है। यहां 12 सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा है। 2023 के आंकलन में भाजपा 3 और कांग्रेस 2 सीट पर जीत रही है। जबकि 7 सीटों पर कड़ा मुकाबला है। इसमें से अंतागढ़ में निर्दलीय अनूप नाग और कोंटा में मनीष कुंजाम की वजह से सीट फंस गई है।
भाजपा: नारायणपुर, जगदलपुर, बीजापुर
- कांग्रेस: भानुप्रतापुर, चित्रकोट
- कांटे की टक्कर: अंतागढ़, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, बस्तर, कोंटा, दंतेवाड़ा।
सरगुजा – 14 में से 5 सीट पर कड़ा मुकाबला
सरगुजा संभाग में भाजपा के पास एक भी सीट नहीं है। आंकलन में यहां पर भाजपा की 5 सीट पर जीत पक्की है, वहीं कांग्रेस 4 सीटों पर जीत रही है। इसके अलावा 5 सीट पर दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है।
- भाजपा: मनेंद्रगढ़, रामानुजगंज, सामरी, सीतापुर, कुनकुरी
- कांग्रेस: प्रतापुर, अंबिकापुर, जशपुर, पत्थलगांव
- कांटे की टक्कर: भरतपुर सोनहट, बैंकुठपुर, प्रेमनगर, भटगांव, लुंड्रा।
यह भी पढ़ें : काका-भतीजे में ‘जुबानी’ जंग! विजय बघेल बोले, CM का ‘बड़ा’ बाप हूं