राष्ट्रपति ‘द्रौपदी मुर्मु’ पर भूपेश बोले, ऐसा लगा ‘जैसे’ कोई अपना, अपने ही ‘घर’ आया
By : madhukar dubey, Last Updated : August 31, 2023 | 3:26 pm
- आज राष्ट्रपति, पूरे देश की मुखिया के आगमन से हम छत्तीसगढ़ के लोग विशेष आत्मीयता का अनुभव कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे कोई अपना, अपने ही घर आया है। यह प्रदेश एक आदिवासी प्रदेश है, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग भी बहुत बड़ी संख्या में यहां निवास करते हैं। यह प्रदेश किसानों का प्रदेश है, यह वंचितों का प्रदेश है। सभी वंचितों को न्याय मिले, यह संविधान की भावना है।
आप संविधान की रक्षक हैं, आपके आगमन से छत्तीसगढ़ के लोग बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की बहुत लंबी सीमा ओडिशा से लगती है, इसलिए उत्कल संस्कृति के साथ हमारी सबसे अधिक साझेदारी है। हमारा रहन-सहन, खान-पान, आचार-विचार सबकुछ एक जैसा है। यहां तक की हमारा संघर्ष भी ओडिशा के वंचितों के संघर्ष जैसा ही है।
यह बड़ा ही शुभअवसर है। रक्षाबंधन का समय है। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सकारात्मक परिवर्तन वर्ष का आज शुभारंभ भी हो रहा है। सामाजिक और आध्यात्मिक परिवर्तन की दिशा में इस संस्थान द्वारा किए जा रहे प्रयासों में यथासंभव भागीदार बनने के लिए प्रयत्नशील रहता हूं। छत्तीसगढ़ प्रदेश की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन में प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का आध्यात्मिक मार्गदर्शन हमें मिलता रहा है। मैं इसके लिए इस मंच से आभार व्यक्त करता हूं।
सीएम ने राष्ट्रपति को भेंट की रूद्र शिव की प्रतिमा
राष्ट्रपति मुर्मू दोपहर में राजभवन में ब्रह्माकुमारी प्रजापिता की ओर से आयोजित भोज में शामिल हुईं। वहां बिना प्याज और लहसुन के ब्रम्हाकुमारियों ने सात्विक भोजन तैयार किया था। राष्ट्रपति इसके बाद रायपुर में महंत घासीदास संग्रहालय पहुंची और अवलोकन किया। इस दौरान सीएम ने राष्ट्रपति को रूद्र शिव की प्रतिमा की प्रतिकृति भेंट की। बिलासपुर के ताला की रुद्रशिव की यह अद्वितीय मूर्ति शिल्पकला का सबसे अनोखा रचनांश है। लाल बलुआ पत्थर से बनी यह मूर्ति दो मीटर से भी अधिक ऊंची है।
कल महामाया के दर्शन कर दीक्षांत समारोह में होंगी शामिल
राष्ट्रपति मुर्मू राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। दूसरे दिन शुक्रवार सुबह बिलासपुर में गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। इससे पहले वे रतनपुर स्थित महामाया मंदिर जाएंगी और पूजा अर्चना करने जाएंगी। इस दौरान राष्ट्रपति की राज्यपाल, मुख्यमंत्री, यूनिवर्सिटी के कुलपति, मेयर, कलेक्टर और एसपी अगवानी करेंगे।
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