छत्तीसगढ़। (School Education Department of Chhattisgarh) कहते हैं कि नवाचार में आने वाले भविष्य की इमारत खड़ी होती है। कुछ इसी अंदाज में छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग ने भी कारनामा कर दिखाया। विभाग के आला अफसरों की एक टीम ने निकलर एप (nickeler app) लांच किया। इसमें होने वाली स्कूली पढ़ाई की व्यवस्था बनाई।
इसके बाद फिर क्या था, आज ये एप छत्तीसगढ़ शिक्षा की रीढ़ साबित हुई। ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले बच्चों को इसका बड़ा फायदा तो मिला ही साथ ही हर वो अनसुलझे सवाल भी सुलझे। इसका यह लाभ भी मिला, ऑफलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों को बड़ी मदद मिली।
आज छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग की, यह व्यवस्था कई राज्यों में भी प्रचलित हो रही है। इसके नक्शेकदम पर कई राज्य भी इस एप की तरह ही बनना चाह रहे हैं। इसकी आशातीत सफलता से अब निकलर एप’ एप पढ़ाई कराने के लिये सी.एस.आई. ने छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग को प्रतिष्ठित उत्कृष्टता पुरस्कार से नवाज़ा है। यह अवार्ड 25 मार्च को दिया जाएगा। यह पुरस्कार नई दिल्ली के नेता जी सुभाष यूर्निवसिटी आफ टेक्नोलॉजी में प्रदान किया जाएगा।
इस एप की सफलता के लिए अफसरों की टीम ने दिन रात मेहनत किया था। सचिव स्कूल शिक्षा विभाग भारतीदासन, संचालक लोक शिक्षण सुनील जैन, एम.डी. समग्र शिक्षा नरेन्द्र दुग्गा, एन.आई.सी. रायपुर के वैज्ञानिक सोमसेखर और स्कूल शिक्षा विभाग की पूरी टीम ने मेहनत की। इसके लिए शासन इनको बधाई दिया है। साथ ही इन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा।