नई दिल्ली, 28 जून (आईएएनएस)। दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (Indira Gandhi International Delhi) एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर शुक्रवार को बारिश की वजह से छत गिरने से एक शख्स की जान चली गई। जबकि, आठ लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया। जबकि, भाजपा की तरफ से कांग्रेस पर भी इस मामले को लेकर पलटवार किया जा रहा है।
कांग्रेस एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर हुए हादसे के लिए केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग और पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे जवाब मांग रही है।
आईजीआई एयरपोर्ट पर हुए हादसे को लेकर अब सवाल उठाता है कि आखिर किसकी सरकार में इसे बनाया गया था?
सूत्रों के मुताबिक, एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की जो छत गिरी है, उसका निर्माण तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान 2008-2009 में हुआ था। जिसको जीएमआर ने एक प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर से बनवाया था। इतना ही नहीं उद्घाटन के ठीक तीन महीने बाद ही भारी बारिश की वजह से टर्मिनल-1 की छत भी गिरी थी।
साल 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन होना था। इस बिल्डिंग का उद्घाटन तत्कालीन दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और नागरिक उड्ययन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने किया था।
दूसरी ओर, घटना को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में घटिया बुनियादी ढांचे के लिए भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। 10 मार्च को जब पीएम मोदी ने दिल्ली एयरपोर्ट टी-1 का उद्घाटन किया, तो उन्होंने खुद को “दूसरी मिट्टी का इंसान” कहा। ये सारी झूठी वाहवाही और बयानबाजी सिर्फ चुनाव से पहले रिबन काटने की रस्मों को पूरा करने के लिए थी। दिल्ली एयरपोर्ट त्रासदी के पीड़ितों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदनाएं। उन्होंने एक भ्रष्ट, अयोग्य और स्वार्थी सरकार का खामियाजा भुगता है।”
प्रियंका गांधी वाड्रा ने आईजीआई एयरपोर्ट हादसे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “मार्च में प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई, जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई। तीन महीने पहले प्रधानमंत्री जी ने जिस जबलपुर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, उसकी भी छत ढह गई। अयोध्या में निर्माण कार्यों के खस्ताहाल पर पूरा देश दुखी है। यह भाजपा का “चंदा लो और धंधा दो” का भ्रष्टाचारी मॉडल है, जिससे अब पर्दा उठ चुका है। सवाल यह है कि “प्रधान उद्घाटन मंत्री जी” क्या इन घटिया निर्माण कार्यों और इस भ्रष्टाचारी मॉडल की जिम्मेदारी लेंगे?”
कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”टी1 का जो हिस्सा ढह गया, वह 2009 में खोला गया था, जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सत्ता में थी। उन दिनों गुणवत्ता जांच की कोई अवधारणा नहीं थी और जो भी सत्तारूढ़ कांग्रेस को सबसे बड़ी रिश्वत भेजता था, उसे ठेके दे दिए जाते थे। सोनिया गांधी, जो उस समय सुपर पीएम थीं, उनको जवाब देना चाहिए।”