रायपुर। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के माहौल में जहां एक ओर मुद्दे की लड़ाई में बीजेपी-कांग्रेस (BJP-Congress) भिड़ी है। इन सबके बीच बीजेपी में भारी संख्या में हर रोज कांग्रेसी और समाजिकजन मेगा प्रवेश ले रहे है। कल ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और नीतिन नबीन की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस के लोगों ने बीजेपी का दामन थामा है। ऐसे में दूसरी ओर अभी हाल ही में राजनांदगांव में कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में एक कांग्रेसी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके सामने ही मंच से उन्हें खरीखोटी सुना डाली।
कहा, कार्यकर्ताओं की तक बात तक नहीं सुनी गई, हम लोग मिलने के लिए तरस गए। और अब जब चुनाव आ गया है तो हम जैसे कार्यकर्ता याद आ रहे हैं। जिसका विडियो भी जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसे बीजेपी ने भी अपने तमाम सोशल मीडिया के जरिए वायरल करके इसे एक मुद्दा का रूप दिया। यानी बीजेपी जहां जनता में मोदी की गारंटी के प्रचार में जुटी है।
अभी हाल ही में पार्टी फंड से करोड़ों रुपए गबन का भी आरोप कांग्रेस पर लगा है। यानी कांग्रेस अपने ही संगठन के अंदर के विवादों में उलझी है। ऐसे में उसे जनता के बीच जाने के बाद उसके पास अब कोई मुद्दा ही नहीं बचा है। क्योंकि पांच साल कांग्रेस की सरकार थी तो सिर्फ घोटाले और पार्टी के अंदर घमासान का रंग ही जनता को दिखा है। ऐसे में जनता में मोदी की गारंटी को पूरा करने के बाद अब विष्णुदेव सरकार की लोकप्रियता पूरे चरम पर पहुंच चुकी है।
बीजेपी का आरोप है कि इसके सबूत के तौर पर जेल में बंद कोयला घोटाला और मनी लांड्रिंग के आरोपी, जो गैर कांग्रेसी था, सूर्यकांत तिवारी, जिसकी भूमिका 2018 में कांग्रेस की सीटों को बढ़ाने में कोई योगदान नहीं था, जो मुख्य रुप से कोयला दलाल था। वह भूपेश बघेल का इतना करीबी था कि भूपेश बघेल उसकी तबीयत खराब होने पर अस्पताल में देखने के लिए अपने विधायकों के साथ पहुंच गए थे। लेकिन कभी एक आम कार्यकर्ता के घर उसके दुख-सुख में झांकने तक नहीं गए।
भाजपा के संस्कार और कांग्रेस के कुसंस्कार में फर्क साफ है… pic.twitter.com/LYEv0KEqGE
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) March 22, 2024
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