भोपाल, 19 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भाजयुमो नेता की बदमाशों द्वारा चाकू से गोदकर हत्या किए जाने के मामले ने सियासी रंग ले लिया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) पर अक्षमता का आरोप लगाया है, तो वहीं भाजपा ने आचार संहिता का हवाला दिया है।
राजधानी के सेंट्रल जेल गेट के पास शुक्रवार की देर शाम को सुरेंद्र कुशवाहा की कुछ बदमाशों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। सुरेंद्र के भाई सतीश कुशवाहा का भाजयुमो से नाता है। सतीश पर हत्या का मामला दर्ज है और वह पैरोल पर छूटा था। शुक्रवार की शाम को सुरेंद्र अपने साथियों के साथ सतीश को जेल तक छोड़ने गया था। लौटते समय उस पर हमला किया गया।
सुरेंद्र की हत्या के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है और चार आरोपी बनाये हैं। उसमें उन लोगों को पुलिस ने आरोपी नहीं बनाया है जिस पर मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है। इसी बात को लेकर मृतक के परिजनों ने शनिवार को चक्का जाम भी किया और अब इस पर सियासत गरमा गई है।
कांग्रेस ने भाजयुमो नेता की हत्या और परिजनों द्वारा किए गए चक्का जाम के बाद आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में जंगल राज जारी है। मध्य प्रदेश में अक्षम गृहमंत्री डॉ. मोहन यादव के राज में कभी भाजपा कार्यकर्ताओं से रिश्वत ली जाती है तो कभी भाजपा नेता की ही हत्या कर दी जाती है। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के पास गृह मंत्रालय भी है।
कांग्रेस के आरोप पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेई ने एक्स पर लिखा, “आचार संहिता समाप्त होते ही कांग्रेस पोषित इन हत्त्यारों के विरुद्ध एक अभियान चलाया जाएगा। निश्चिंत रहो।”