डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक संघर्षविराम की सराहना की, कश्मीर मुद्दे पर मिलकर हल निकालने की जताई इच्छा
By : hashtagu, Last Updated : May 11, 2025 | 11:07 am

नई दिल्ली। भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद पाकिस्तान की ओर से हो रहे ड्रोन और मिसाइल हमलों के चलते भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा की। इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संघर्षविराम में अमेरिका की मध्यस्थता की भूमिका का दावा करते हुए भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व की सराहना की।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं भारत और पाकिस्तान के मजबूत और दूरदर्शी नेतृत्व की प्रशंसा करता हूं। उन्होंने समय रहते यह समझ लिया कि अब लड़ाई को रोकना बेहद जरूरी है, क्योंकि युद्ध से भारी विनाश हो सकता था। लाखों निर्दोष लोगों की जान जा सकती थी। उनके इस साहसी फैसले ने उनका सम्मान और भी बढ़ा दिया है।”
ट्रंप ने आगे कहा, “मुझे गर्व है कि अमेरिका इस ऐतिहासिक और साहसिक फैसले में मदद कर सका। भले ही अभी इस विषय में विस्तार से बातचीत नहीं हुई है, लेकिन मेरा इरादा भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ व्यापारिक संबंधों को और मज़बूत करने का है। साथ ही, मैं कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए दोनों देशों के साथ मिलकर काम करना चाहूंगा, चाहे इसमें जितना भी समय क्यों न लगे। भारत और पाकिस्तान के नेताओं को इस सकारात्मक कदम के लिए दिल से शुभकामनाएं देता हूं।”
उल्लेखनीय है कि 10 मई को ट्रंप ने एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया था कि भारत और पाकिस्तान पिछले तीन दिनों से जारी संघर्ष के बाद पूर्ण युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप के अनुसार, यह समझौता अमेरिका की मध्यस्थता के जरिए संभव हो सका।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर जानकारी दी कि वह स्वयं और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस बीते 48 घंटों से भारत और पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में थे। इस वार्ता में भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल थे, जबकि पाकिस्तान की ओर से प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, सेना प्रमुख असीम मुनीर और पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार असीम मलिक ने भाग लिया।