600 दिन, 54 हजार लाशें: गाजा में सिर्फ जंग नहीं, भूख और बर्बादी की मार
By : hashtagu, Last Updated : May 29, 2025 | 2:36 pm

गाजा | 29 मई 2025: इजरायल (Israel) और हमास के बीच चल रही लड़ाई को 600 दिन हो चुके हैं। यह सिर्फ दो पक्षों की जंग नहीं, बल्कि इंसानियत के लिए एक डरावनी कहानी बन चुकी है। 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ यह संघर्ष आज भी खत्म नहीं हुआ है — और इसने गाजा की सरज़मीं को खून, आंसुओं और तबाही की तस्वीर में बदल दिया है।
गाजा में अब सिर्फ बम और मिसाइलें नहीं गिर रहीं, बल्कि भूख, बीमारी और निराशा भी कहर बरपा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 54,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों घायल हैं। लेकिन इस हिंसा से ज़्यादा खतरनाक है वो भुखमरी, जो हर दिन वहां की आम ज़िंदगियों को खा रही है।
बीते महीनों में गाजा की सीमाएं पूरी तरह सील कर दी गईं। न खाना पहुंच पाया, न दवाइयां। जो थोड़ी बहुत राहत सामग्री पहुंची, वो भी अव्यवस्था और अफरातफरी में गोलीबारी का शिकार हो गई। राहत पाने की उम्मीद में जुटी भीड़ पर सुरक्षाबलों ने गोलियां चला दीं, जिसमें कई लोगों की जान चली गई।
लोग अब कूड़े से खाना खोज रहे हैं, माएं जले हुए चावल और सूखी रोटियों को उबालकर बच्चों का पेट भर रही हैं। गाजा आज भुखमरी का वो चेहरा बन गया है, जिसे दुनिया देख भी रही है और नज़रअंदाज़ भी कर रही है।
इस युद्ध में सिर्फ गोली से नहीं, भूख से भी मौत हो रही है।
बंधकों की बात करें तो अब तक 148 लोग वापस लौटे हैं, लेकिन सैकड़ों अब भी लापता हैं। बीच-बीच में समझौते होते हैं, लेकिन टिकते नहीं। इजरायल कहता है वह बड़ा सैन्य ऑपरेशन करेगा, हमास हर बार शर्तें बदल देता है। कतर, मिस्र और अमेरिका जैसे देश कोशिश तो कर रहे हैं, लेकिन कोई भी निर्णायक भूमिका में नहीं है।
दुनिया जहां विकास, तकनीक और अंतरिक्ष की बातें कर रही है, वहीं गाजा का इलाका 21वीं सदी में भी रोटी, पानी और जान बचाने की लड़ाई लड़ रहा है।