आसिम मुनीर बने पाकिस्तान के दूसरे फील्ड मार्शल, पहले वाले ने रचा था तख्तापलट
By : hashtagu, Last Updated : May 21, 2025 | 12:28 pm

पाकिस्तान (Pakistan) सरकार ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक और अहम फैसला लेते हुए मौजूदा सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को देश का दूसरा फील्ड मार्शल नियुक्त कर दिया। यह पद अब तक केवल एक बार, 1958 में, पाकिस्तान के पहले सैन्य तानाशाह मोहम्मद अयूब खान को मिला था। हालांकि इस बार का घटनाक्रम पूरी तरह अलग है। मुनीर को यह पद सरकार की स्वीकृति से मिला है, जबकि अयूब खान ने खुद को यह रैंक सौंपा था — वो भी एक सैन्य तख्तापलट के बाद।
आसिम मुनीर की यह पदोन्नति ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में भारत के साथ तनाव चरम पर पहुंचा था, खासकर पहलगाम आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोग मारे गए। हमले के बाद भारत की सैन्य प्रतिक्रिया और पाकिस्तान पर सीधा आरोप लगने के बाद से ही दोनों देशों के बीच सैन्य गतिविधियां तेज हो गई थीं।
मुनीर की पदोन्नति ने लोगों को एक बार फिर 1958 की वह शाम याद दिला दी, जब देश में राजनीतिक अस्थिरता चरम पर थी। उस समय के राष्ट्रपति इस्कंदर मिर्ज़ा ने मार्शल लॉ घोषित किया और सेना प्रमुख जनरल अयूब खान को चीफ मार्शल लॉ एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया। लेकिन सत्ता का यह खेल ज्यादा दिन नहीं चला। केवल 20 दिनों में अयूब खान ने मिर्ज़ा को सत्ता से बाहर कर दिया और खुद राष्ट्रपति बन बैठे।
27 अक्टूबर 1958 की शाम को दोनों नेताओं को कैमरे के सामने साथ बैठे चाय पीते, मुस्कराते और हल्की-फुल्की बातचीत करते देखा गया। उसी दौरान मिर्ज़ा ने अयूब से मजाक में कहा था— “तुम्हें कैमरे के सामने आंखें मिचकाना छोड़ना होगा, थोड़ा अभिनय भी सीखो।”
अब, छह दशकों से अधिक समय बाद, पाकिस्तान ने एक बार फिर फील्ड मार्शल की वर्दी किसी को सौंपी है, लेकिन इस बार हालात और प्रक्रिया लोकतांत्रिक दिखाई दे रही है। फिर भी, देश के राजनीतिक विश्लेषक इस घटनाक्रम को सिर्फ सैन्य सम्मान की दृष्टि से नहीं, बल्कि सत्ता संतुलन के बदलते संकेत के रूप में भी देख रहे हैं।