जर्मनी में भारतीयों ने अरिहा की स्वदेश वापसी की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
By : hashtagu, Last Updated : July 17, 2023 | 5:30 pm
नई दिल्ली, 17 जुलाई (आईएएनएस)। फ्रैंकफर्ट में भारतीय समुदाय (Indian community) ने भारी बारिश के बावजूद शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया और पीएम मोदी से 20 महीने से अधिक समय से बर्लिन में फोस्टर केयर में रह रही भारतीय बच्ची को बचाने का आग्रह किया। बच्ची की उम्र करीब दो साल है।
समुदाय ने अरिहा शाह की स्वदेश वापसी की मांग की है। जर्मन अधिकारियों ने अरिहा के माता-पिता धारा और भावेश शाह पर बच्ची के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था। 23 सितंबर 2021 से अरिहा फोस्टर केयर में रह रही है।
‘सेव अरिहा’ ग्रुप के शनिवार को कि गए ट्वीट वीडियो में प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर और तख्तियां लिए हुए हैं जिन पर लिखा है ‘मोदी जी अरिहा को बचाएं!’, ‘अरिहा भारतीय है’। यह अभियान बच्ची की भारत वापसी के लिए दुनिया भर में चलाया जा रहा है।
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा गया है “आज, जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में भारतीय समुदाय ने अरिहा के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।” ट्वीट में कहा गया है कि भारी बारिश के बावजूद, भारतीय अरिहा शाह की वापसी की मांग कर रहे हैं। भारतीय पीएमओ इंडिया से मांग करते हुए मजबूती से खड़े रहे… मोदीजी अरिहा को बचाएं!, अरिहा भारतीय है।
पिछले महीने, बर्लिन की पैंको स्थानीय अदालत ने माता-पिता की इस दलील को खारिज कर दिया था कि बच्ची को लगी चोट “आकस्मिक” थी, और उसकी कस्टडी जर्मन स्टेट को दे दी थी।
अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, अरिहा के माता-पिता ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर उनकी बच्ची को भारत वापस लाएंगे। माता-पिता ने एक बयान में कहा, आज से हम अरिहा को 140 करोड़ भारतीयों को सौंपते हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसे बहुत ही नाजुक मामला बताते हुए दिसंबर 2022 में जर्मन की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ व्यापक चर्चा के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। जयशंकर ने एक संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में कहा था कि हमारी चिंता है कि बच्ची अपने भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवेश में रहे। यह उसका अधिकार है। हमारा दूतावास जर्मन अधिकारियों के साथ इस मामले को आगे बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, शशि थरूर, मेनका गांधी, महुआ मोइत्रा, के. कनिमोझी और अन्य सहित 19 राजनीतिक दलों के 50 से अधिक सांसदों ने नई दिल्ली में जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन को एक संयुक्त पत्र भेजा, जिसमें उनसे जल्द से जल्द अरिहा की भारत वापसी के लिए सभी जरूरी प्रयास करने का आग्रह किया।