जयशंकर ने बीएपीएस मंदिर का दौरा किया, ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के साथ की बातचीत

By : hashtagu, Last Updated : November 13, 2023 | 5:16 pm

लंदन, 13 नवंबर (आईएएनएस)। दुनिया भर में भारतीयों के लिए शांति और सद्भाव की प्रार्थना करते हुए, विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने ब्रिटेन की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के दौरान दिवाली पर लंदन में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर का दौरा किया।

जयशंकर अपनी पत्नी के साथ गये हैं। उन्‍होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “दीपावली पर लंदन के बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर का दौरा करने का सौभाग्य मिला। दुनिया भर में हमारे समुदाय की शांति, सद्भाव और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।”

मंत्री ने वहां भारतीय समुदाय से भी बात की और उनके योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया, जो “दुनिया भर में हमारी प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं”।

बीएपीएस मंदिर, जो नेसडेन मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, ने भक्तों से मिलने और दिवाली समारोह में भाग लेने के लिए समय निकालने के लिए मंत्री को धन्यवाद दिया।

मंदिर ने एक्‍स पर एक पोस्‍ट में लिखा, “आज नेसडेन मंदिर में दिवाली समारोह में शामिल होने के लिए समय निकालने के लिए डॉ. एस. जयशंकर को धन्यवाद। हम आपके दयालुतापूर्ण शब्दों की सराहना करते हैं, जिसने उत्सव में शामिल होने वाले स्थानीय समुदाय के हजारों भक्तों और आगंतुकों को प्रेरित किया।”

इसमें कहा गया, “ग्रेट ब्रिटेन और ग्रेट भारत के बीच जीवंतसेतु विकसित हो और मजबूती से चमके।”

यह यात्रा रविवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ डाउनिंग स्ट्रीट में दिवाली चाय के लिए आमंत्रित किए जाने के ठीक बाद हुई।

जयशंकर ने एक्‍स पर लिखा, “दिवाली के दिन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात करके खुशी हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं दीं। भारत और ब्रिटेन समसामयिक समय के लिए संबंधों को नए सिरे से तैयार करने में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। श्रीमान और श्रीमती सुनक को उनके गर्मजोशी भरे स्वागत और शानदार आतिथ्य के लिए धन्यवाद।”

जयशंकर 11 नवंबर से शुरू हुई अपनी यात्रा के दौरान अपने समकक्ष जेम्स क्लेवरली के साथ चर्चा करेंगे और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे।

उनके सोमवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित दिवाली रिसेप्शन को संबोधित करने और लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में एक कार्यक्रम में भाग लेने की भी उम्मीद है।

आने वाले दिनों में, उनके उत्तर प्रदेश के दो प्राचीन मंदिरों की मूर्तियों को भारत वापस भेजने के समारोह में भी शामिल होने की उम्मीद है।

जयशंकर की यह यात्रा इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि भारत और ब्रिटेन के बीच अनुमानित 36 अरब पाउंड का द्विपक्षीय व्यापार है, और पिछले साल जनवरी से दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “विदेश मंत्री की यात्रा दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को एक नई गति देगी। भारत और ब्रिटेन एक मधुर और संपन्न संबंध साझा करते हैं। वर्ष 2021 में भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी और भारत-यूके रोडमैप 2030 की शुरुआत की गई थी। यह रोडमैप दोनों देशों के लिए फायदेमंद साझेदारी के प्रति प्रतिबद्धता है।

जयशंकर की यात्रा 15 नवंबर को समाप्त होगी।