देहरादून , 5 मई (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र में ईरान (Iran) के राजदूत ने ईरान के पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव के लिए अमेरिकी प्रतिबंधों को जिम्मेदार ठहराया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने ईरान (Iran) की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए के हवाले से बताया कि आमिर सईद इरावनी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी को लिखे पत्र में यह टिप्पणी की है।
ईरानी (Iran) राजनयिक ने अमेरिका से ईरान के खिलाफ अपने सभी अवैध प्रतिबंधों को हटाने का आग्रह किया, जो अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के विपरीत हैं।
इरावनी ने कहा कि ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों ने देश की पर्यावरणीय समस्याओं को बढ़ा दिया है, जिससे ईरानी नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा है।
उन्होंने उद्धृत किया कि प्रतिबंध ईरान की पर्यावरण परियोजनाओं में विदेशी निवेश को रोक रहे हैं, क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों तक देश की पहुंच को अवरुद्ध कर रहे हैं और ईरानी वैज्ञानिकों को विदेशों में संयुक्त पर्यावरण अनुसंधान परियोजनाओं में शामिल होने से वंचित कर रहे हैं।
ईरानी दूत ने कहा कि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने, पर्यावरण परियोजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डालने और ईरानियों के स्वास्थ्य और कल्याण को नुकसान पहुंचाने के लिए स्वच्छ ऊर्जा तक ईरान की पहुंच रोकने जैसे अमेरिका के कठोर उपायों का विनाशकारी प्रभाव पड़ रहा है।
ईरान पिछले चार दशकों से अमेरिकी प्रतिबंधों के अधीन है। मई 2018 में औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में ज्ञात 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका की वापसी के बाद प्रतिबंध तेज हो गए।