ट्रंप ने फिर उठाया भारत-पाक मुद्दा, बोले- परमाणु युद्ध टालने में निभाई थी भूमिका
By : hashtagu, Last Updated : August 17, 2025 | 11:59 am
वॉशिंगटन/अलास्का: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ अलास्का में हुई असफल शिखर बैठक के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव का जिक्र किया है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए हालात को संभाला और एक संभावित परमाणु टकराव को टालने में मदद की।
ट्रंप ने यह बयान फॉक्स न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में दिया, जिसमें पत्रकार सीन हैनिटी ने उनसे पूछा कि क्या वे दुनिया को बचाना चाहते हैं?
इस पर ट्रंप ने जवाब दिया:
“मेरा सबसे पहला मकसद जान बचाना है… भारत और पाकिस्तान को देखिए। वे एक-दूसरे के एयरक्राफ्ट गिरा रहे थे। मामला परमाणु युद्ध की ओर बढ़ सकता था, लेकिन मैंने इसे संभाल लिया।”
पृष्ठभूमि: क्या हुआ था भारत-पाक के बीच?
ट्रंप का यह बयान अप्रैल 2022 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हुई चार दिवसीय मुठभेड़ की पृष्ठभूमि में आया है। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने सीमित जवाबी कार्रवाई की थी, जिसके दौरान दोनों देशों के बीच एयर स्ट्राइक्स और फाइटर जेट की कार्रवाई की भी खबरें सामने आईं थीं।
भारत का कहना है कि संघर्ष पाकिस्तान की ओर से युद्धविराम की अपील के साथ समाप्त हुआ, क्योंकि उसे भारी नुकसान हुआ था। वहीं पाकिस्तान ने उस समय ट्रंप की भूमिका की सराहना की थी और उन्हें इस तनाव को शांत कराने का श्रेय दिया था।
ट्रंप की नीति: “जिंदगियां बचाना सबसे जरूरी”
इंटरव्यू में ट्रंप ने अपनी विदेश नीति को लेकर कहा, “मेरा मकसद केवल अमेरिका नहीं, पूरी दुनिया में जान बचाना है। चाहे वह थाईलैंड हो, कंबोडिया हो या भारत-पाकिस्तान। युद्ध हमेशा बुरे होते हैं।”
हालांकि भारत सरकार ट्रंप के इन दावों की पहले भी कई बार कड़ी प्रतिक्रिया दे चुकी है और साफ कह चुकी है कि भारत-पाक के मुद्दे द्विपक्षीय हैं, फिर भी ट्रंप बार-बार इस मुद्दे को उठाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी भूमिका को बड़ा दिखाने की कोशिश करते रहे हैं।
उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब रूस के साथ उनका शिखर सम्मेलन बिना किसी बड़ी सफलता के समाप्त हुआ है।



