मध्यप्रदेश कांग्रेस में बखेड़ा बढ़ा, जिला अध्यक्षों की सूची के बाद इस्तीफे और विरोध प्रदर्शन

By : ira saxena, Last Updated : August 17, 2025 | 12:05 pm

भोपाल: मध्यप्रदेश कांग्रेस (MP Congress) में शनिवार को जारी 71 जिला अध्यक्षों की नई सूची के बाद अंदरूनी संकट गहरा गया है। संगठन में बदलाव की कोशिश अब बड़े विरोध और इस्तीफों में बदल गई है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और बुरहानपुर समेत कई जिलों से गुस्से की खबरें आ रही हैं।

राघोगढ़ में हाई-प्रोफाइल विरोध

पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के समर्थकों ने राघोगढ़ में देर रात विरोध प्रदर्शन किया। जयवर्धन सिंह को गुना जिला अध्यक्ष बनाया गया है, लेकिन उनके समर्थक इसे राजनीतिक तौर पर उनका पक्षपात मान रहे हैं। उन्होंने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष जितु पटवारी की प्रतिमा जलाकर नाराजगी जताई।

भोपाल और इंदौर में भी असंतोष

भोपाल में प्रवीण सक्सेना के फिर से जिला अध्यक्ष बनने पर पूर्व अध्यक्ष मोनू सक्सेना ने सोशल मीडिया पर नेतृत्व की आलोचना की। इंदौर में नए शहर अध्यक्ष चिंतु चौकसे और जिला अध्यक्ष विपिन वांखेड़े का विरोध हो रहा है। पूर्व महिला विंग प्रमुख साक्षी शुक्ला दगा ने भी असंतोष जताया है।

अन्य जिलों में भी नाराजगी

उज्जैन ग्रामीण में महेश परमार की नियुक्ति और सतना में सिद्धार्थ कुशवाहा के प्रति असंतोष देखने को मिला है। बुरहानपुर में वरिष्ठ नेता अरुण यादव के समर्थकों ने अपनी हिस्सेदारी न मिलने पर बैठक की।

इस्तीफे और संगठन में दरार

राजीव गांधी पंचायत सेल के जिला प्रवक्ता हेमंत पाटिल ने विरोध स्वरूप इस्तीफा दे दिया है।
कुल 71 पदों में से 21 बार-बार नियुक्त किए गए हैं, जबकि 37 आरक्षित वर्ग के हैं। इस सूची में छह विधायक, आठ पूर्व विधायक और तीन पूर्व मंत्री भी शामिल हैं, जिससे कार्यकर्ताओं को लगा कि जमीनी नेताओं को नजरअंदाज किया गया है।

फैक्शनल विवाद गहरा

सूची राहुल गांधी की देखरेख में तैयार की गई है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का प्रभाव भी बना हुआ है। कम से कम 10 उनके समर्थक शामिल हैं। जयवर्धन सिंह, ओमकार सिंह मार्कम, निलय डागा और प्रियव्रत सिंह जैसे नामों के शामिल होने से पार्टी में गुटबाजी और तेज हुई है।मध्यप्रदेश कांग्रेस नई सूची जारी कर संगठन में एकजुटता दिखाना चाहती थी, लेकिन अब उसे अंदरूनी विवादों और विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के लिए यह चुनौती है कि वह अपने बिखरे हुए सदस्य और कार्यकर्ताओं को फिर से जोड़े।