छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची का सत्यापन कल से: 27,199 बीएलओ करेंगे घर-घर जांच, 95% लोगों को नहीं दिखाने पड़ेंगे दस्तावेज
By : dineshakula, Last Updated : November 3, 2025 | 4:51 pm
रायपुर: छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की प्रक्रिया 4 नवंबर से शुरू होने जा रही है। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में 27,199 बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की पहचान का सत्यापन करेंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) यशवंत कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस बार सत्यापन प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि केवल 5 से 6 प्रतिशत मतदाताओं को ही पहचान से जुड़े दस्तावेज दिखाने की जरूरत होगी, जबकि बाकी मतदाताओं का डेटा पहले से ही उपलब्ध है। जिन मतदाताओं का नाम 2003 के SIR में शामिल था, उन्हें दोबारा दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने बताया कि जिन मतदाताओं को किसी प्रकार की दिक्कत हो, वे हेल्पलाइन नंबर 1950 पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, घर-घर सत्यापन अभियान 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इसके बाद 9 दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची जारी की जाएगी। दावे और आपत्तियां 8 जनवरी 2026 तक स्वीकार की जाएंगी, जबकि अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।
सीईओ ने बताया कि अब तक 71 प्रतिशत मतदाताओं का डेटा मिलान पूरा हो चुका है और एन्यूमरेशन फेज के दौरान यह आंकड़ा 94 से 95 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि 2003 के बाद कई मतदाता—विशेषकर विवाहित महिलाएं—अपने मतदान क्षेत्र बदल चुकी हैं, जिनका अब पुनः मिलान किया जा रहा है।
भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार कई नवाचार और डिजिटल फीचर लागू किए हैं ताकि मतदाताओं को सुविधा मिल सके। बीएलओ को अब ‘कॉल रिक्वेस्ट फीचर’ भी दिया गया है, जिसके माध्यम से वे मतदाताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान कर सकेंगे।
सीईओ यशवंत कुमार ने राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की है कि वे अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) के माध्यम से आयोग की टीम की मदद करें, ताकि नए योग्य मतदाताओं को जोड़ा जा सके और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जा सकें।




