राजनाथ और शिवराज ने जमीन पर बैठकर हितग्राहियों के साथ चखा व्यंजनों का स्वाद,देखें VIDEO
By : madhukar dubey, Last Updated : January 22, 2023 | 7:35 pm
सिंगरौली, 22 जनवरी (आईएएनएस)| (Madhya Pradesh) मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में (Defense Minister Rajnath Singh) केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में 57 गरीब परिवारों को भूमि के नि:शुल्क पट्टे वितरित किए और हितग्राहियों के साथ जमीन पर बैठकर व्यंजनों का स्वाद चखा। केंद्रीय रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब का कल्याण हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है। गरीब का कल्याण हमारा मंत्र है और हमारी प्रेरणा भी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रहने के लिए जमीन के टुकड़े पर प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। प्रदेश के प्रत्येक गरीब परिवार को आवासीय पट्टे दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरों की जमीन में निवास करने वाले गरीब परिवारों को हमेशा से बेदखली का डर बना रहता था। इसी तरह शासकीय जमीन में घर बनाकर निवास करने वाले गरीब परिवार के सदस्य तो बढ़ रहे थे, लेकिन उनका घर नहीं। इन सभी समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना क्रियान्वित की जा रही है।
मध्यप्रदेश में सवा लाख पदों पर सरकारी भर्तियां जारी हैं।
अभी इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट संपन्न हुई, इससे ₹15 लाख 42 हजार करोड़ से अधिक का निवेश आएगा और सिंगरौली में भी निवेश होगा।
इनसे प्रदेश में लगभग 29 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा: CM#शिवराज_देंगे_आवासीय_जमीन pic.twitter.com/KZm44BclJe
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 22, 2023
केंद्रीय रक्षा मंत्री सिंह और मुख्यमंत्री चौहान ने जमीन पर बैठ कर हितग्राहियों के साथ बथुआ का साग, चने की भाजी, बाजरे की रोटी, हाथपोई रोटी, तिल के लड्डू, कोदो का चावल और स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लिया।
वर्षो से घर बनाने के लिए जमीन की आस देख रहे 25 हजार से अधिक परिवार मुख्यमंत्री आवासीय योजना से पट्टे प्राप्त कर जमीन के मालिक बन गए।
ग्राम गड़हरा की हितग्राही मीना बैगा ने कहा, “अब मुझे भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा और अब मेरा घर बनाने का सपना पूरा होगा। बाबूलाल पनिका ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आवासीय पट्टा देकर हमें जमीन का मालिक बना दिया है। अभी तक हम दूसरे की जमीन पर घर बना कर रह रहे थे। हमेशा चिंता बनी रहती थी, अब चिंता मुक्त हो गए हैं।”
योजना से लाभान्वित कमला साकेत एवं लालचंद साकेत ने कहा, “हमारा जमीन का सपना पूरा हो गया है। हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हमें रहने के लिए जमीन मिलेगी। सरकार ने हम गरीबों की चिंता की है।”




