बैन होगी ‘आदिपुरुष’ फिल्म! भूपेश बोले, श्रीराम-हनुमान जी का चेहरा विकृत

By : madhukar dubey, Last Updated : June 17, 2023 | 4:12 pm

छत्तीसगढ़। फिल्म आदिपुरुष (Movie Adipurush) में श्रीराम और श्रीहनुमान जी के चेहरे पर भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, हमारे जितने भी आराध्य देव हैं उनकी तस्वीर को छबि को बिगाड़ने का काम हो रहा है। भगवान राम और हनुमान जी का चेहरा विकृत किया जा रहा है। कहा, राम को युद्ध राम के रूप में, हनुमान जी को क्रोधित रूप में दिखाया जा रहा है। आदिपुरुष एक फिल्म आई है।

रामायण में भगवान राम को मर्यादा पुरषोत्तम कहा गया है। लेकिन आज जो फिल्म में डायलॉग है, वो निम्न स्तर के हैं। राजीव जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने रामानंद सागर को बोलकर रामायण सीरियल बनवाया था। आदिपुरूष के बहाने पहले उनके चेहरे को विकृत करने की कोशिश की गई। वहीं उनके द्वारा बोले गए शब्दों को भी अब बजरंगदल के लोग जिन शब्दों का उपयोग करते हैं। उन शब्दों को बुलवाया जा रहा था। आज सभी को कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है। मुंबई फिल्म सिटी पहलें किसी कंट्रोल में नहीं थी। लेकिन अब 10 ग्राम गांजे के साथ जो कार्रवाई हो रही है।

आदिपुरुष फिल्म को लेकर भूपेश बघेल ने और क्या कुछ कहा

1. आदिपुरुष में संवाद और भाषा अमर्यादित है। तुलसी रामायण में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बताया गया है, और मर्यादित शब्दों का चयन किया गया है। लेकिन आदिपुरुष में हनुमान जी के पात्र का डायलॉग बेहद ही निम्न स्तर का है।

2. राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने रामानंद सागर से कहकर रामायण सीरियल बनवाया था। जो काफी लोकप्रिय हुआ था। उस समय बाजार बंद हो जाता था, गाड़ियां रुक जाती थी, काम-धाम छोड़कर सब रामायण का इंतजार करते थे।

3. आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान की तस्वीर को पहले विकृत किया गया, और अब उनके पात्रों द्वारा अमर्यादित शब्द बुलवाए गए। हमारे आराध्य देव जिनके प्रति हमारी आस्था है उनके पात्रों से ऐसा शब्द बुलवाना आपत्तिजनक है। इसकी मैं निंदा करता हूं।

4. भूपेश बघेल ने कहा, राजनीतिक दल के लोग जो धर्म के ठेकेदार बनते हैं आखिर वे इस मामले में मौन क्यों हैं। कश्मीर फाइल्स और केरल स्टोरी को लेकर बीजेपी के नेता बयान देते रहे हैं लेकिन आदिपुरुष को लेकर ये मौन क्यों हैं। बीजेपी के निचले स्तर के भी नेता कुछ नहीं बोल पा रहे हैं।

5 बचपन से ही हमारा परिचय हनुमान से ज्ञान,शक्ति और भक्ति के प्रतीक के रूप में कराया गया है।

इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)

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