रायपुर। बीजेपी कार्यालय में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकार (Former Minister Ajay chandrakar) ने अपने प्रेसवार्ता में आज भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने साथ ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdev) से इस्तीफा देने की मांग कर डाली। वहीं ईडी पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर भी उन्होंने दो टूक कहा-अगर छापे में भ्रष्टाचार के आरोपियों के यहां कुछ नहीं मिला तो वे जेल क्यों में हैं। तो कांग्रेस को न्यायालय के ऊपर क्यों नहीं आरोप लगाते। कहा-राज रंगीनियों में है और जनता के मौत के मुहाने पर खड़ी है।
अजय चंद्राकर ने कहा, आज माननीय मुख्यमंत्री जी का जन्मदिन है। और जन्मदिन के दिन पूरा छत्तीसगढ़ मौत के मुहाने पर खड़ा है। सभी वर्ग के मेडिकल से लेकर पैरामेडिकल स्टॉफ हड़ताल में है। इस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में वो सारी बातें कही थीं, जिसकी मांग स्वास्थ विभाग के विभिन्न कर्मचारी संगठन कर रहे हैं। इसमें डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ संविदा कर्मचारी, नर्सिंग जितने लोग हैं, सब है। कहा, सरकार की दादागिरी देखिए, उसके ऊपर वो एस्मा लगा रहे हैं।
एक बार मैंने लिखा था, ये सरकार एस्मा सरकार है। बेहोशी के हालत में कहें या नशे की हालत में कहें। जिसमें कहें, लिखकर बड़ी-बड़ी लाइनें दी। और लिखने वाले हैं, आज जो स्वास्थ्य मंत्री हैं माननीय टीएस सिंहदेव जी। उनको खुद के ऊपर एस्मा लगाना चाहिए। साहब मैं अपनी नैतिक जिम्मेदारी को पूरा कर पाने में असफल हूं। इसलिए कर्मचारियों का दोष नहीं है। मेरा दोष है और मैं इस्तीफा देता हूं। उसकी उपलब्धि क्या है। यूनिवर्सल हेल्थ लागू हुआ वह कहां है। आयुष्मान कार्ड में कैग ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें पहला नाम छत्तीसगढ़ है। पूछा क्या सबसे ज्यादा गड़बडि़यां हुई छत्तीसगढ़ में हुई। बच्चे मरे, महिलाएं मरे, नवजात शिशु मरे, वो आंकड़े हमलोगों ने बार-बार जारी किए। इसलिए शुरूआत में मैंने कहा, जब 40 हजार कर्मचारी जब हड़ताल में हैं, तो स्वास्थ्य सुविधा क्या होगी।
भूपेश पर अजय चंद्राकर ने कहा, कहते हैं न राजा रंगीनियों में है, और जनता मौत के मुहाने में है। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़, मारबो छत्तीसगढ़। कहा, ये छत्तीसगढ़ के लोगों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया। कहा, भूपेश सरकार में करप्शन और भ्रष्टाचार के सिवाय और लूट के सिवास, अवैध वसूली के सिवाय कुछ भी नहीं हुआ है।
कहा, सत्ता के शीर्ष में बैठे जितने लोग हैं, जिसको कोठरी कही जाती है न, माननीय मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द जितने लोग हैं। उन सबकी कलई खुल रही है। जब वसूली करने वाले सरकार चला रहे हैं। मनी लांड्रिंग करने वाले सरकार चला रहे हैं। क्या लेवी वसूली करने वाले सरकार चला रहे हैं। क्या यारी-दोस्ती में सरकार चल रही है। पूछा, क्या कोई नियम कानून से सरकार चल रहा है। यदि वो किसी जांच संस्था को दोष देते हैं तो मैं कहना चाहता हूं कि क्यों न्यायालय के ऊपर नहीं लगाते। कहा, ये पहले माननीय मुख्यमंत्री हैं, जो विधानसभा में भ्रष्टाचार के आरोपियों के लिए स्पष्टीकरण देते हैं और कहते हैं, कि साहब ये निर्दोष, वो निर्दोष, ये इसके हैं, मोदी मेला, । कहा, जब कुछ नहीं मिला तो भ्रष्टाचारी के आरोपी जेल क्यों नहीं गए। और जेल गए हैं तो दो माननीय विधायक चार्जशीट में हैं। कुछ बोलना चाहिए कांग्रेस प्रवक्ता को। क्या इस बोलना चाहेंगे माननीय मुख्यमंत्री जी।
अजय चंद्राकर ने कहा, इस सरकार की पहचान ऐसे लोगों से जुआ-सट्टा, मनी लांड्रिंग, लेवी वसूली, शराब, रेत, क्या यही जनहित के काम। बाकी किसमें विज्ञापन आता है, गोधन न्याय योजना का। कहा, गोधन न्याय योजना में हमने बताया, 229 करोड़ रुपए का हिसाब दे दो। कहा, गौमूत्र में विज्ञापन आएगा। गाय के लिए पेड़ा दान हुआ, पेड़ा दान कितने का हुआ, कोई नहीं जानता। 53 करोड़ रुपया शेष के पैसे से गौठान मेें ठेला ढुलाई हो गई। तो ऐसा, अभी आप देखिए, अल्पसंख्यकों की छात्रवृत्ति में जो सबसे ज्यादा अनियमितता पाई उन चार राज्यों में छत्तीसगढ़ भी है। तो मैं तो आश्चर्यचकित हूं, पूरे छत्तीसगढ़ की जनता आश्चर्यचकित है कि कोई भी आदमी और कोई भी क्षेत्र बचा नहीं, जिसमें भूपेश सरकार के मंित्रयों और अधिकारियों ने अपने लिए भ्रष्टाचार की संभावना न खोजी हो। और इन िस्थतियों में ये सरकार हर क्षेत्र में और खासतौर पर प्राइमरी सेक्टर में। हेल्थ के कोर सेक्टर में असफल हो चुकी है। इसलिए नैतिक दायित्व स्वीकार करते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव बाबा को अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
यह भी पढ़ें : चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर उतरा
यह भी पढ़ें : ED के छापे से चढ़ा ‘सियासी’ पारा! कांग्रेस-BJP में छिड़ा Twitter वार!