बस्तर: बस्तर में संभाग स्तरीय बस्तर ओलिंपिक के समापन समारोह के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने नक्सलवाद और विकास को लेकर बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक पूरा देश नक्सलवाद से मुक्त होगा और बस्तर इस बदलाव का सबसे बड़ा उदाहरण बनेगा। अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद बस्तर के विकास पर नाग की तरह फन फैलाए बैठा था लेकिन अब यह दौर खत्म होने वाला है।
बस्तर की धरती के लिए यह दृश्य किसी सपने से कम नहीं है। दो वर्ष पहले कौन सोच सकता था कि जिस बस्तर को लाल आतंक का गढ़ कहा जाता था,वहां आज इतना भव्य खेल आयोजन संभव होगा।
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अटूट नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के निर्णायक… pic.twitter.com/Mh3qP7ehYy
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 13, 2025
अमित शाह ने मंच से कहा कि अगले पांच साल में बस्तर को देश का सबसे विकसित आदिवासी संभाग बनाया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बस्तर के हर घर तक बिजली पहुंचेगी और हर परिवार को शुद्ध पेयजल की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि विकसित बस्तर की संस्कृति दुनिया की सबसे सुंदर संस्कृतियों में से एक है और इसे आगे बढ़ाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
गृहमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हर व्यक्ति को बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। हर पांच किलोमीटर के दायरे में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध होंगी। वन उपज के प्रसंस्करण के लिए यूनिट लगेंगी जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। बस्तर के जिले डेयरी के माध्यम से दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देंगे और क्षेत्र में नई इंडस्ट्री अस्पताल और अन्य बुनियादी ढांचे विकसित किए जाएंगे। इससे पहले उन्होंने हर घर रोशन परियोजना का शुभारंभ भी किया।
अमित शाह ने सरेंडर कर चुके नक्सलियों के लिए सरकार की पुनर्वास योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जो लोग हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटे हैं उनके लिए सुंदर और सुरक्षित जीवन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने अभी भी संगठन में मौजूद लोगों से हथियार डालकर समाज की मुख्यधारा में आने की अपील की।
कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नक्सलवाद अब अंतिम सांस ले रहा है और इसका अंत तय है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा 31 मार्च 2026 की समय सीमा तय करना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व और खुशी का विषय है।
अमित शाह ने कहा कि वे बस्तर बार बार आते रहेंगे और जिस दिन वे फिर आएंगे उस दिन पूरा देश नक्सलवाद से मुक्त होगा। उन्होंने कहा कि लक्ष्य सिर्फ सुरक्षा नहीं बल्कि बस्तर को विकास समृद्धि और अवसरों का केंद्र बनाना है और 2030 तक बस्तर के जिले देश के विकसित जिलों में गिने जाएंगे।