भूपेश बघेल बोले- “एक पेड़ मां के नाम, सारा जंगल बाप के नाम”, कांग्रेस ने 22 जुलाई को किया चक्काजाम का ऐलान

भूपेश बघेल ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि बीजेपी द्वारा कांग्रेस के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का सिलसिला जारी है।

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  • Publish Date - July 19, 2025 / 04:01 PM IST

Bhupesh Baghel Counter: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। बघेल ने कहा कि बीजेपी सरकार ने इस राज्य में ऐसा माहौल बना दिया है, जिसमें एक पेड़ को मां के नाम पर और पूरा जंगल बाप के नाम पर किया जा रहा है। इस बयान का ज़िक्र उन्होंने विधानसभा में भी किया है। इस दौरान बघेल ने घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी 22 जुलाई को प्रदेशभर में चक्काजाम करेगी, जिसका उद्देश्य इस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना है।

भूपेश बघेल ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि बीजेपी द्वारा कांग्रेस के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का सिलसिला जारी है। उन्होंने विशेष रूप से पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और विधायक देवेंद्र यादव का नाम लिया और आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं को भी राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया। अब उनके बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी हो रही है, जो राजनीति में सक्रिय भी नहीं हैं। बघेल ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता कहीं और है – जंगलों की कटाई और विरोध करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना।

पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पप्पू बंसल, जिनके बारे में कहा जाता है कि वह खुलेआम ED और EOW कार्यालयों में जा रहे हैं, उनके बयान के आधार पर उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया। भूपेश बघेल ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि उनके बेटे को बिना नोटिस या पूछताछ के गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि पप्पू बंसल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

बघेल ने तमनार हसदेव क्षेत्र की याद दिलाते हुए कहा कि यहां सरकार बनने के तुरंत बाद हजारों पेड़ काटे गए और अडाणी के लिए खदानें सौंप दी गईं। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। बघेल ने कहा कि सरकार ने पावर प्लांट और अन्य संपत्तियों को अडाणी को सौंपने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के कई सीनियर नेता भी मौजूद थे, जिनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, और अन्य पूर्व मंत्री और विधायक शामिल थे। भूपेश बघेल ने कांग्रेस के नेताओं से आग्रह किया कि वे इस सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं, ताकि छत्तीसगढ़ की संपत्ति को बचाया जा सके।

भूपेश बघेल ने तमनार में पेड़ों की कटाई का हवाला देते हुए कहा कि यह काम राज्य सरकार की देखरेख में किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि अडाणी ने इन पेड़ों को कटवाने का आदेश दिया और इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों को बंधक बनाया गया। उनका कहना था कि इस मामले में विरोध करने के बावजूद कार्रवाई से बचने के लिए राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।

बघेल ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सिर्फ उनके बेटे का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के हर नागरिक का मुद्दा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठाई गई, तो पूरी छत्तीसगढ़ की संपत्ति अडाणी के हाथों में चली जाएगी।