मोदी के भाषण का ‘भूपेश’ ने किया सियासी काउंटर! बोले, जिन्हें ‘भ्रष्टाचारी’ बताते थे उन्हें मंत्री बनाए!

By : madhukar dubey, Last Updated : July 8, 2023 | 3:12 pm

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश (Chief Minister Bhupesh ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण (Narendra Modi’s speech) पर सियासी काउंटर किया। भूपेश ने कहा, कल बहुत जोरशोर से भ्रष्टाचार का मामला उठाया गया। भ्रष्टाचार जीरो टारलेंस की बात नहीं जा की रही है। मध्यप्रदेश में भी प्रधानमंत्री जी सीना ठोककर बाेले कि एक भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ूगा। हमलोग सोच रहे थे कि अब कोई भी भ्रष्टाचारी बचेगा नहीं। लेकिन ठीक 8 दिन बाद जिन लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप था, महाराष्ट्र में सब लोग पाला बदले और सारे के सारे मंत्री बन गए। चाहे अजीत पवार की बात करें, चाहे प्रफुल्ल पटेल की बात करें। छगनभुजबल, हसन मुशरिफ इन पर बहुत गंभीर आरोप लगाए थे। इन सबको बुला लिए, प्रफुल्ल पटेल सांसद है तो केंद्र में बनेंगे। लेकिन उन सबके खिलाफ जो बीजेपी आरोप लगा रही थी, वो सब गंगाजल से धुल गए और सब लोग मंत्री बन गए। इसका मतलब है कि किसी भी भ्रष्टाचारी को नहीं छोड़ूगा, ये जो कह रहे हैं। उसका अर्थ यह है कि किसी भी भ्रष्टाचारी को वो भारतीय जनता पार्टी से बाहर नहीं देखना चाहते। सब भारतीय जनता पार्टी में आ जाओ, चाहे वो सुधांशु अधिकारी हो, चाहे हेमंत अर्जुन कर्मा हो, चाहे नारायण हो। चाहे और कोई नेता हो। यशवंत जाधव हो, चाहे एक नाथ शिंदे की बात हो। मतलब इनको यह भ्रष्टाचार नहीं दिखाई देता जो उनके पार्टी में हो। येदुरप्पा पर खनन घोटाला का आरोप लगा। बेल्लारी में रेड्डी बंधु पर खनन घोटाला। शिवराज सिंह चौहान व्यापंम घोटाला क्या हुआ भाई, इन पर आदेश हुआ था कि सीबीआई जांच कराओ। इसमें क्या की सीबीआई।

रमेश पोखरियाल, रमन सिंह हमारे 15 साल के मुख्यमंत्री जो कहते थे एक साल कमीशनखोरी बंद कर दो फिर15 साल राज करो, यही कहा था उन्होंने। रमन सिंह के खिलाफ कितने आरोप, नान घोटाला हुआ, चिटफंड घोटाला हुआ, पनामा पेपर लीक हुआ। कहा, 2008 में उनकी संपत्ति एक करोड़ थी। 2018 आते-आते उनकी संपत्ति 15 करोड़ हो गया है, यानी 15 गुना संपत्ति बढ़ गया। इनका कोई धंधा नहीं, न वो करते न उनके बेटे। लेकिन 15 करोड़ कहां से आ गया। उत्तराखंड के गढ़मुक्तेश्वर में करोड़ों का रिसार्ट बना है। पूछा, ये किसका है भाई, इसकी क्यों नहीं जांच करते।

ईडी का दुरुपयोग है जो आईटी का दुरुपयोग है, वो केवल विपक्ष के लिए। और मार-मारके पीटकर बुलवाया जा रहा है कि इसका नाम लो, उसका नाम लो। या तो तुम गवाह बन जाओ नहीं तो जेल का रास्ता है। दबाव डाल-डालकर लिखवाया जा रहा है। यही हाल पूरे देश में है। ये इनका भ्रष्टाचार का आलम है।

कहा, भ्रष्टाचार पर कोई तकलीफ नहीं है, ये राहुल जी जवाब देते। राहुल जी ने तो लोकसभा में सिर्फ यही पूछा था, आपके और अडानी जी के रिश्ते क्या हैं। फोटो दिखाया उन्होंने। जिस पर उनकी सदस्यता समाप्त हो गई। बंगले खाली करा ले गए। जिस कर्नाटक में 2019 की घटना जिस जगह में वे भाषण दिए थे। अभी जो चुनाव हुए भारतीय जनता पार्टी वहां भी हार गई। भ्रष्टाचार केवल भारतीय जनता पार्टी के लोग करें, दूसरे लोग न करें। यदि कोई भ्रष्टाचारी है तो वह भारतीय जनता पार्टी में आ जाए, सब ठीक हो जाएगा। ये उनका देश और विपक्ष के लोगों को बदनाम करने की नियत है।

भूपेश ने कहा, एक पैसा छत्तीसगढ़ के लिए केंद्र सरकार ने नहीं दिया। मोदी जी केवल चुनाव भाषण करके चले गए। ये िस्थति इनकी रही है। जांच कराएं चिटफंड कंपनी में हजारों करोड़ रुपए गरीबों का पैसा गया है। उन्हें गरीब की बड़ी चिंता है, इसकी जांच कराएं, गरीबों का पैसा वापस दिलाएं। भ्रष्टाचार के आकंठ में भारतीय जनता पार्टी के लोग डूबे हैं। एक-एक नेता का नाम बताया जा सकता है। लेकिन नान घोटाले के जांच के लिए तात्कालीन नेता प्रतिपक्ष था, वह कोर्ट जाते हैं पीआईएल लगाते हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। मोदी से पूछा क्यों जांच नहीं हो रही है भाई। आप रोकने के लिए पीआईएल लगा रहे हो, भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे लोग दूसरे पर अंगुली उठा रहे हैंं। यहां बोलते है घोटाला हुआ है, रमन सिंह के राज में 10 करोड़ रुपए रायल्टी मिलती थी, आज सौ करोड़ रुपए मिल रहा है।

कहा, ये लोग शराब घोटाले की बात करते हैं, 39 करोड़ रुपए उनके समय राजस्व आता था। आज हमारे समय में 65 सौ करोड़ हो गया। और यदि घोटाले की बात करते हैं तो कहते हैं कि होलाेग्राम बदला गया है। होलोग्राम कंपनी में बदला गया तो डिस्टलरी वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। हम राजस्व की कमी नहीं होने देंगें। बताया कि आबकारी विभाग की तरफ से तीनों डिस्टलरी को नोटिस दे दिया गया है। आरोप लगा रहे हैं कि शराब घोटाला लेकिन ये नहीं समझ रहे है कि इसकी शुरूआत कहां से हुई है, ये इनकी िस्थति है।

वो बड़ी उम्मीद से बरसते पानी में आए थे। जिस सड़क का उद्घाटन किए, उसी सड़क पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की मौत भी हो गई। कहा, लेकिन उम्मीद थी कि साढ़े चार-पौने पांच साल बाद आए हैं,कुछ देकर जाएंगे। लेकिन झुनझुना तक नहीं मिला। केवल राज्य सरकार को गाली देकर गए। मुझे तो अच्छा लगा, इसलिए प्रधानमंत्री जी राज्य सरकार के लोगों को आलोचना कर रहे हैं। मतलब कि उसके बराबरी हो गए, इसका मतलब वो बहुत बड़ा मानते हैं। देश के प्रधानमंत्री हैं, यहां आलोचना करके गए यानी बराबरी में आ गए।

हमारी किसी योजना का जवाब इनके पास नहीं है। गोधन न्याय योजना का, भूमिहीन श्रमिक योजना का, न राजीव गांधी न्याय योजना का, न हमारे हाट बाजार क्लिनिक योजना का। न हमारे तेंदूपत्ता, लघुवनोपज खरीदी का। न हमारे बेरोजगारी भत्ता का। हमारी किसी भी योजना का इनके पास काट नहीं है। केवल ये तीन महीने तक यही कहेंगे, धान हम खरीदते हैं, ये हम करते है, वो सब बोलते रहेंगे। कहा, छत्तीसगढ़ की जनता बहुत समझदार है। ओ समझते है कि कौन सरकार क्या देती है। 15 साल तक रमनराज में सिर्फ जनता को ठगते रहे। अब बार-बार अवसर नहीं मिलेगा।

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