रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा, हमारे राहुल गांधी जी लद्दाख की यात्रा पर हैं, वहां उन्होंने लोगों से बात की। जिसमें यह बात निकलकार सामने आई कि जिस जगह लोग मवेशी चराने जाते हैं, वह चारागाह भूमि, अब वहां नहीं जा सकते। क्योंकि वह जमीन अब चीन के कब्जे (Occupation of China) में है। कहा, एक तरफ प्रधानमंत्री और भारत सरकार कहती है कि एक इंच जमीन कहीं कब्जे में नहीं है। वहीं अब लद्दाख के लोग कहते हैं कि जो जमीन चारागाह की थी, वह चीन के कब्जे में चली गई है।
उन्होंने नगरनार पर कहा, तीसरी बात नगरनार स्टील प्लांट जो एनएमडीसी ने बनाया और बस्तर के लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। आदिवासी और अन्य समाज ने वहां जमीन इसलिए दी थी कि वहां स्टील प्लांट लगेगा तो लोगों को रोजगार मिलेगा। इसलिए यह भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है। कहा, पिछले दिनों आप लोगों को मालूम है कि विधानसभा में बात उठी थी। और संकल्प पारित हुआ था कि लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यादि भारत सरकार उसको नहीं चलाना चाहती तो छत्तीसगढ़ उसे लेना चाहती है। लेकिन केंद्र सरकार ने वह भी रास्ता बंद कर दिया। अभी नगरनार प्लांट शुरू भी नहीं हुआ है और पांच कंपनियां आकर निरीक्षण करके चली भी गई है।
कहा एक तरफ उदघाटन की बात हो रही है तो दूसरी तरफ बेचने की बात हो रही है। जिस प्रकार से भिलाई स्टील प्लांट 1955-56 से चल रहा है और हर साल लाभ दे रही है। ये नगरनार स्टील प्लांट भी सार्वजनिक उपक्रम के तहत ही है। अगर एनएमडीसी को अनुभव नहीं है, नहीं चला सकती है। इसे सेल को दे दें, भिलाई स्टील प्लांट को। वो लोग चला लेंगे, क्योंकि अनुभवी इंजीनियर भी हैं। और सबसे बड़ी बात है कि बस्तर की भावनाएं जुड़ी हुई हैं, उसके साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
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