छत्तीसगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह (Raman Singh) के बयान पर भूपेश बघेल ने पलटवार किए। साथ ही उन्होंने कई मुद्दे पर सियासी सवाल भी दागे। कहा, रमन सिंह के समय में कोई सैलानी बस्तर (Tourist Bastar) नहीं जाता था। लोग डरे हुए थे,फर्जी एनकाउंटर किया, ये पहचान वो बनाकर रखे थे,हमने आदिवासियों को उनकी जमीन लौटवाई, लोगों को रोजगार से लगाया, उनके स्वास्थ्य और शिक्षा फिर से शुरू कराया।
शिक्षा और स्वास्थ्य से जोड़ा,रमन सिंह के समय न जॉब कार्ड था। ना आधार कार्ड था, रमन सिंह के समय जवानों को राशन पहुंचाने मशक्कत करनी पड़ती थी,आज गरीब लोगों के घर में राशन पहुंच रहा है, बस्तर की पुरानी पहचान थी,प्राकृतिक सौंदर्य की पहचान,आदिवासी संस्कृति की पहचान विलुप्त हो गया था, हमने पुराने दौर को वापस दिलाने का काम किया। कहा, डी लिस्टिंग की मांग पर रैली को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा उनको दिल्ली में करना चाहिए ये प्रदर्शन, यहां क्यों राजनीति कर रहे,यह केन्द्र का मामला हैं। बीजेपी नेताओं को नोटिस जारी करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कानून के तहत कार्यवाई की जा रही है, जो समाज की सौहाद्रता खराब करने की कोशिश करेंगे उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक के बयान पर कहा, देश की जवानों की शहादत से जुड़ा मामला है, केंद्र सरकार और बीजेपी को इसका जवाब देना चाहिए
हाल ही में बस्तर में हुए सम्मेलन को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तमाशा बताया था। जिसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह कभी ऐसा आयोजन नहीं करा सकते इसलिए उनको यह तमाशा लग रहा है। वे बस्तर में लोगों को ढोकर लाते थे, कुछ को बंदूक की नोक पर लाते थे और अब उन्हें यह तमाशा लग रहा है। सीएम ने कहा कि रमन सिंह को बस्तर में कोई पूछ नहीं रहा 12 की 12 सीट चली गई। उपचुनाव हुआ उसमें भी हार गए।
इस देश में अडाणी के खिलाफ कोई सवाल नहीं उठा सकता। अडाणी के खिलाफ सवाल पूछे तो लोकसभा में उनके माइक बंद कर दिए जाते हैं, उन्होंने जो भाषण दिया उसको विलोपित करा दिया गया। सदस्यता गई तो बंगला खाली करा दिया गया।अभी भी कई भूतपूर्व सांसद बंगलों में टिके हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों को दिल्ली में यह प्रदर्शन करना चाहिए। यह फैसला भारत सरकार लेगी इसलिए उनके ही पास जाकर बोलना चाहिए छत्तीसगढ़ में रैली करने का कोई मतलब नहीं।यहां भारतीय जनता पार्टी , RSS, बजरंग दल , विश्व हिंदू परिषद सारे मिलकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अगर समाज में कोई नफरत फैलाने की कोशिश करेगा, समाज को भड़काने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।कानून में जो प्रावधान है उसके हिसाब से कार्रवाई हो रही है। कोई अलग से किया नहीं जा रहा है।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)