छत्तीसगढ़। अगले साल (assembly elections) विधानसभा चुनाव के समर में कूदने से पहले कांग्रेस ने मजदूरों पर एक बड़ा दांव खेला है। इसके लिए भूपेश सरकार (Bhupesh) ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में पंजीकृत मजदूरों के बच्चे आईआईटी, एमबीबीएस और लाॅ की पढ़ाई मुफ्त में करेंगे। अभी तक इनके बच्चे व्यवसायिक कोर्स जीएनएम व पॉलिटेक्निक सहित अन्य के लिए यहां की सरकार मुफ्त व्यवस्था करा रही थी।
वैसे राजनीतिक जानकारों के मुताबिक ये फैसला इसलिए लिया गया है कि ताकि आने वाले समय में भूपेश सरकार की चमक-दमक तो बढ़े ही इसके साथ ही मजदूर वर्ग को कांग्रेस के पाले में लाया जा सके। क्योंकि यहां छत्तीसगढ़ में एक बड़ा तबका मजदूरों का है। ये तो तय है कि अगर इस लुभावने घोषणा का लाभ कांग्रेस को मिलता है तो निश्चित तौर पर जमीनी पर स्तर कांग्रेस की पकड़ मजबूत होगी। इसके साथ ही ये वोट के रूप में भी तब्दील हो सकते हैं। ऐसे में भाजपा की राहें कहीं से भी आसान नहीं होगी। वैसे पहले से भी भूपेश सरकार की तमाम योजनाएं ग्रामीण अंचल में चल रही हैं। उसका उन्हें पूरा फायदा मिलेगा।
अब यहां इनके बच्चे आईआईटी, एमबीबीएस और लॉ की पढ़ाई मुफ्त में करेंगे। इसके लिए सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी। अभी तक इनके बच्चों को जीएनएम नर्सिंग और पॉलिटेक्निक जैसे व्यवसायिक कोर्स के लिए मुफ्त थी। इसमें खास है कि इसमें बच्चों के एडमिशन फीस से लेकर कोचिंग के शुल्क भी मुफ्त है। इतना ही नहीं इस कोर्सों को पूरा करने में लगने वाले स्टेशनरी के सामान के लिए अलग से 2 हजार रुपए भी दिए जाएंगे। इसकी अभी आधिकारिक रूप से घोषणा करने की तैयारी की जा रही है।
बता दें, एक मई को भूपेश ने घोषणा की थी कि मेधावी छात्र-छात्रों के लिए भी शिक्षा प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी। इसके लिए पात्र वे मजदूर दायरे में आएंगे जिनका श्रम विभाग में पंजीकरण है। इसमें नियम है कि अगर किसी मजदूर को तीन बच्चे हैं तो उसमें दो बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा सरकार उठाएगी। पूर्व में जिन कोर्सों की पढ़ाई मुफ्त में हो रही थी। उसमें अब डॉक्टर, इंजीनियरिंग और लॉ की पढ़ाई भी मुफ्त में जुड़ गई है।
मज़दूरों के बच्चों को मिलेगी FREE आईआईटी, मेडिकल और लॉ की शिक्षा
— शिक्षा प्रोत्साहन योजना का बढ़ा दायरा #CGKiShikshaKranti📚 pic.twitter.com/vSepkFZdsU
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) December 22, 2022
अब आईआईटी एमबीबीएस मेडिकल और लॉ के विषयों की भी शामिल किया जा रहा है अभी तक अपने बच्चे के लिए 117 मजदूरों ने आवेदन किया हैं। जिन्हें लाभ देने की तैयारी शासन की है। इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। बताया जा रहा है कि सभी योजनाओं के लिए सबसे अनिवार्य मजदूरों की पंजीकृत होना जरूरी है।
छत्तीसगढ़ सरकार नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत अब तक मजदूरों के 1 से 12 वही के बच्चों को कक्षा के मुताबिक हर साल 1 हजार से लेकर 10 हजार तक दे रही थी हर बच्चों को अब ड्रेस कॉपी किताब आज के लिए हजार रुपए अतिरिक्त देने का फैसला किया गया है यह पैसा सीधा मजदूरों के खाते में जाएगा इसके तहत करीब ₹35 करोड़ बांटे जाएंगे इसके लिए आवेदन cglabour.nic.in या फिर श्रमिक जयते ऐप के माध्यम से किया जा सकता है
एक मजदूर की बेटी ने इस योजना के तहत एमबीबीएस के लिए आवेदन लगाया। लेकिन इसमें एमबीबीएस का जिक्र नहीं था लिहाजा बढ़ाने की तैयारी की गई। अब उस बच्ची का आवेदन फिर से मांगा गया जाएगा और उसकी पढ़ाई हो सकेगी
मजदूरों के लिए सरकार ने श्रम सियान योजना शुरू की है जिसमें 59 से 60 साल के बीच के मजदूरों को ₹10 हजार दिए जा रहे हैं सरकार नए साल से इस राशि को ₹20 हजार करने जा रही है अभी तक 1566 आवेदन आ चुके हैं
मुख्यमंत्री नोनी सहायता योजना से मजदूरों के 18 साल से 18 साल 6 माह के बीच की बच्चियों को ₹20 हजार दिए जाते थे जिसे बढ़ा दिया जाएगा अब 18 से 21 साल की बच्चियों को ₹20 हजार सहायता के रूप में मिलेंगे
कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष सुशील सनी अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर पंजीकृत मजदूरों के बच्चों को मेडिकल समेत कई शिक्षा मुक्त दिलाने का प्रयास किए जा रहे हैं इसका ड्राफ्ट तैयार है और घोषणा सीएम भूपेश बघेल करेंगे करेंगे।