भूपेश ने भेजी पीएम मोदी को चिट्ठी, जानें, क्या कुछ लिखा
By : madhukar dubey, Last Updated : February 19, 2023 | 9:49 pm
उन्होंने लिखा, देश में विगत 150 वर्षों से प्रति 10 वर्षों में जनगणना कार्य संपादित किया जा रहा है। जनगणना के माध्यम से देश में विगत 10 वर्षों में सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में हुए परिवर्तन संबंधी आंकड़ों का संकलन किया जाता है। जिसके आधार पर देश एवं प्रदेशों की भावी विकास एवं कल्याणकारी नीतियों एवं योजनाएं बनाने में सहायता मिलती है।
वर्ष 2011 में पहली बार जनगणना के साथ ही सामाजिक, आर्थिक, जातिगत सर्वेक्षण भी किया गया था। इस सर्वेक्षण के आधार पर ही पात्र हितग्राहियों को सभी हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ दिया जा रहा था। मुख्यत: उक्त सर्वेक्षण 10 वर्षों की अवधि के लिए ही प्रभावशील था। विगत 12 वर्षों से विकास योजनाओं के क्रियान्वयन एवं सामाजिक आर्थिक परिवर्तनों को दृष्टिगत रखते हुए एर्ससीसी सर्वे 2011 के आंकड़े वर्तमान संदर्भों में उपयुक्त या प्रासंगिक नहीं रह गए हैं। उचित होगा कि जनगणना के साथ ही वंचित एवं पात्र हितग्राहियों की अद्यतन जानकारी प्राप्त करने के लिए नवीन सर्वे शीघ्र अतिशीघ्र आरंभ किया जाए। सर्वे में यह भी अवश्य देखा जाए कि विगत दस वर्षों में वंचित हितग्राहियों को योजनाओं से वास्तव में कितना लाभ प्राप्त हुआ है।
अनुरोध है कि जनगणना के महत्व तथा गरीबों के हितों को देखते हुए जनगणना कार्यक्रम हेतु शीघ्र ही तिथियों के निर्धारण हेतु संबधितों को निर्देशित करने का कष्ट करें।
आज माननीय @PMOIndia जी को पत्र लिखकर जनगणना के महत्व तथा गरीबों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए जनगणना कार्यक्रम हेतु शीघ्र ही तिथियों के निर्धारण हेतु अनुरोध किया है।
ताकि जनकल्याणकारी नीतियों और योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायता मिल सके।
यह जनता के हित में होगा। pic.twitter.com/zCCju7wjTw
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 19, 2023