बिलासपुर ट्रेन हादसा: लाल सिग्नल पर नहीं रोकी ट्रेन, 11 की मौत

By : dineshakula, Last Updated : November 5, 2025 | 10:27 pm

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार को हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे (train accident) की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि यात्री ट्रेन के चालक दल ने लाल सिग्नल पर ट्रेन को नियंत्रित नहीं किया, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। रेलवे विशेषज्ञों की टीम ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट में बताया कि गेवरा स्टेशन से रवाना हुई मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) यात्री ट्रेन संख्या 68733 ने खतरे के संकेत (रेड सिग्नल) को पार किया और आगे खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई।

यह हादसा मंगलवार दोपहर करीब 3:50 बजे हुआ, जब मेमू ट्रेन गेवरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 से बिलासपुर की ओर रवाना हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेन ने सिग्नल नंबर AJ-5 पर रुकने के बजाय गति जारी रखी और 59 डिब्बों वाली खड़ी मालगाड़ी के ब्रेक वैन से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मालगाड़ी का ब्रेक वैन पलट गया और मेमू ट्रेन का आधा मोटर कोच ऊपर चढ़ गया।

इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ट्रेन का लोको पायलट भी शामिल था, जबकि कई यात्री घायल हुए। सहायक लोको पायलट और अन्य घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि सांस जांच (ब्रीथ एनालिसिस) टेस्ट सहायक लोको पायलट पर नहीं किया जा सका क्योंकि वह अस्पताल में भर्ती थीं।

रिपोर्ट में स्टेशन मास्टर का बयान भी शामिल है, जिन्होंने बताया कि ट्रेन के रवाना होने के कुछ ही मिनट बाद गार्ड ने वायरलेस पर सूचना दी कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई है और तुरंत एंबुलेंस की जरूरत है।

हादसे के बाद बचाव कार्य तुरंत शुरू हुआ। दोपहर 4:07 बजे टॉवर कार स्टाफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और 4:50 बजे तक ट्रैक को आंशिक रूप से चालू कर दिया गया। रेलवे सुरक्षा आयुक्त अब इस दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच करेंगे और अंतिम रिपोर्ट पेश करेंगे।