भूपेश के ‘सियासी ताने’ में फंसी BJP!, पढ़ें, इसके मायने
By : madhukar dubey, Last Updated : February 10, 2023 | 11:47 am
बता दें, कल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने कहा एमएसपी यानी धान के बोनस पर पर बया दिया था। धान खरीदी के पैसे में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी है। कांग्रेस सिर्फ वाहवाही लूटने में लगी है। इनके बयान के पीछे कारण है कि बीजेपी के शीर्ष कमान ने धान और किसान को साधने का टॉस्क दिया गया है। इसके लिए यह कहा गया है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए धान खरीदी और किसानों को मिल रही याेजनाओं में केंद्र की हिस्सेदारी को भी लोगों को बताना है। ताकि भूपेश के न्यूनतम समर्थन मूल्य और किसान के हित में चलाई जा रही योजनाओं से बढ़ रही कांग्रेस की लोकप्रियता के तिलस्म को तोड़ा जा सके।
अन्नदाता कर रहा सवाल
क्या जवाब देंगे जुमलेबाज? pic.twitter.com/FxK3t0d2Bf— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 9, 2023
संयुक्त मोर्चा की बैठक में भूपेश सरकार पर वार करने की बनी रणनीति
हाल ही भाजपा की संयुक्त मोर्चा की बैठक में जब भाजपा नेता भूपेश सरकार पर बरस रहे थे तो इसके बाद उन्हें नसीहत दी गई। भूपेश को हराने के लिए मोदी मंत्र की राह अपनानी होगी। तभी इनसे पार पाया जा सकता है। इसके लिए छत्तीसगढ़ बीजेपी को आक्रामक आंदोलन करने को भी कहा गया है।
बहरहाल, बीते 4 सालों में बीजेपी ने कोई बड़ा आंदोलन तो नहीं कर सकी। इसके पीछे कारण भी था, भूपेश के सरकार में कोई ऐसा मुद्दा भी नहीं मिला, जिसे बीजेपी आंदोलन में जा सके। हां, इतना है कि आरक्षण सहित कुछ-छोटे-मोटे विरोध करती रही है। लेकिन उसे समग्र समाज से जोड़ा भी नहीं जा सकता।
अब बीजेपी के बयानों पर वार करते हुए भूपेश ने सवाल छोड़े तो बीजेपी इनके सियासी ताने में फंसी दिख रही है। बहरहाल, विधानसभा चुनाव में जीत के लिए दोनोंं पार्टियां सियासी तानाबाना बुनने में लगी है। ये आने वाला वक्त ही बताएगा, सता किसके हाथ आती है।