दिल्ली। बीजेपी 5 राज्यों (BJP 5 states) में सिर्फ लोकल मुद्दों (Local Issues) को लेकर चुनाव लड़ेगी लेकिन यहां सीएम का कोई चेहरा नहीं होगा। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ समेत 5 राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने रणनीति तैयार कर ली है। इसमें दो बातें अहम हैं। पहली यह कि पांचों राज्यों में चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा। यानी किसी भी नेता को CM फेस के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा। दूसरी बात यह कि स्थानीय मुद्दों पर फोकस रहेगा।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि छग, राजस्थान और तेलंगाना में CM प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा। मप्र और मणिपुर में भाजपा की सरकार है, इसलिए वहां CM का चेहरा प्रोजेक्ट करने की जरूरत नहीं है। क्या मप्र में शिवराज के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा? इस सवाल पर भाजपा के एक महासचिव ने कहा कि सामूहिक नेतृत्व में CM, पूर्व CM और सभी बड़े नेता आते हैं।
छत्तीसगढ़ में मोदी के कामों की ब्रांडिंग जनता के बीच करेगी। इसके अलावा स्थानीय मुद्दों पर कांग्रेस को घेरेगी। इसकी शुरूआत भी बीजेपी ने कर दिया है। पर सीएम के चेहरे पर यहां विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी नहीं है।
भाजपा मप्र में किन उपलब्धियों को आगे रखकर चुनाव में उतरेगी? इस सवाल पर एक वरिष्ठ ने कहा- ‘पिछले 4 साल में राज्य सरकार ने क्या किया, यही मुद्दा नहीं है। शिवराज के पूरे शासनकाल में मप्र किस तरह ‘बीमारू प्रदेश’ का दाग मिटाने में कामयाब रहा, लोगों को यह बताएंगे। किस उपलब्धि को कैसे रखना है, अभी नहीं बता सकते।’
भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि राजस्थान में दलितों-पिछड़ों की दुर्दशा, महिलाओं का उत्पीड़न, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और वादाखिलाफी प्रमुख मुद्दे हैं। हम इन्हें चरणबद्ध तरीके से उठाएंगे और बताएंगे कि सरकार बदलने के बाद हम इन मुद्दों पर कैसे काम करेंगे।
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