CGPSC रिजल्ट पर BJP छेड़ेगी आंदोलन! इधर, कांग्रेस का तंज

By : madhukar dubey, Last Updated : May 17, 2023 | 1:49 pm

रायपुर। CGPSC की परीक्षा के रिजल्ट पर सबसे बड़ा सवालिया निशान बीजेपी ने लगाया है। जिसे रद्द करने की मांग बीजेपी कर रही है। साथ ही इसकी सीबीआई जांच कराने के लिए बीजेपी प्रवक्ता गाैरीशंकर श्रीवास (Spokesperson Garishankar Srivas) ने राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने परीक्षा परिणाम के सूची को भी अपने ट्विटर पर वायरल किया था। इस मामले में बीजेपी ने आयोग के अधिकारियों ने पैसे लेकर अभ्यर्थियों के सिलेक्शन करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही CG-PSC के चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी पर अपने बेटे समेत परिवार के कई सदस्यों का बड़े पदों पर चयन कराने का आरोप बीजेपी ने लगाया है। मंगलवार को बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से भी इस मामले की शिकायत की है।

बीजेपी प्रदेश कार्यलय पर पार्टी के बड़े नेताओं की बैठक

अब CGPSC परीक्षा के रिजल्ट के मुद्दे को बीजेपी ने गंभीरता से लिया है। इसे आंदोलन का रूप देने के लिए पार्टी के पदाधिकारियाें की बैठक आज दोपहर से हो रही है। जिसमें यह तय किया जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर सीजीपीएससी के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई जांच कराने और शासन से इस परीक्षा परिणाम को रद्द करने की मांग की जाएगी। बताया जा रहा है कि बीजेपी सीजीपीएससी कार्यालय को घेरने के लिए बीजेपी की तैयारी है। इस मुद्दे को लेकर बेरोजगार युवाओं को भी जोड़ने की तैयारी है। वैसे बताया जा रहा है कि इस परीक्षा परिणाम को लेकर छात्र कोर्ट में जाने की तैयारी में है। उनकी मांग है कि परीक्षा परिणाम को रद्द किया जाए। उत्तर पुस्तिका की केंद्र की किसी जांच एजेंसी से पड़ताल कराई जाए। कहना है उन्हें अब राज्य सरकार के सिस्टम पर विश्वास नहीं है। क्योंकि पूरा सिस्टम सवालों के घेरे में है। ऐसे में इसकी जांच सीबीाई से कराई जाए।

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के चेयरमैन और परीक्षा कंट्रोलर का नार्को टेस्ट भी कराया जाए

बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि CGPSC-2021 भर्ती में हुए घोटाले को लेकर हमने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है। हमने उनसे मांग की है कि इस मामले में CBI से निष्पक्ष जांच करवाई जाए। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के चेयरमैन और परीक्षा कंट्रोलर का नार्को टेस्ट भी कराया जाए, जिससे सच सामने आ सके और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। इससे प्रदेश के लाखों युवा, जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें न्याय मिल सकेगा। इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने सीजी-पीएससी रिजल्ट को तत्काल रद्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों के उत्तर पुस्तिकाओं की एक स्वतंत्र कमेटी बनाकर जांच कराई जाए। बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने आरोप लगाया कि CG-PSC 2021 में अंतिम चयन सूची पैसे लेकर बनाई गई है। यह प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला है, जिसमें पीएससी के बड़े अधिकारी के परिवार वालों के नाम टॉप-10 लिस्ट में शामिल हैं।

CG-PSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी पर बड़ा आरोप

गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि 7वीं रैंक पर नितेश नाम के एक अभ्यर्थी का डिप्टी कलेक्टर के पद पर सिलेक्शन किया गया है, जबकि अंतिम सूची में उनका सरनेम छिपाकर सिर्फ नाम लिखा गया है। इसके पीछे वजह ये है कि नितेश CG-PSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के बेटे हैं। इसी तरह सरनेम छिपाकर डीएसपी पद पर साहिल का नाम भी शामिल है। वे भी चेयरमैन सोनवानी के भतीजे हैं, वहीं श्रम अधिकारी पद पर सुनीता जोशी का चयन हुआ है, जो उनकी रिश्तेदार हैं। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि परीक्षा समिति के सदस्यों के रिश्तेदार एग्जाम नहीं गे सकते, तो फिर चेयरमैन रहते उनके बेटे-भतीजे ने कैसे परीक्षा दी।

गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि इस घोटाले के बाद छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने लोगों का विश्वास पूरी तरह से खो दिया है। यहां लाखों परीक्षा देने वाले योग्य अभ्यर्थियों के साथ धोखा किया जा रहा है। जिसमें कुछ अधिकारी और कांग्रेस के नेता एक संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही इन IAS अधिकारियों का रिटायरमेंट प्लान है कि वे अपने बच्चों को बड़े पदों पर बैठा दें।

इधर कांग्रेस ने कहा-योग्यता पर सवाल उठाना, गिरी हुई सोच

CGPSC में हुए घोटाले की बात को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि कोई योग्य अभ्यर्थी का संबंध किसी नेता,अधिकारी या व्यापारी से है, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि वह अपने हक से वंचित रह जाएं। लोक सेवा आयोग में भर्ती पूरी तरह पारदर्शी तरीकों से होती है। इसमें चयनित अभ्यर्थी अपने बलबूते पास होते हैं। भाजपा नेताओं का ऐसा आरोप लगाना उनकी घटिया सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा कि जब BJP की सरकार थी, तो तत्कालीन शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह किसी अन्य युवती ने परीक्षा दी थी। इस नकल मामले का भंडाफोड़ भी हुआ था। यह भ्रष्टाचार पिछली बीजेपी सरकार में होता था।

इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)

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