रायपुर। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक नवीन मार्कण्डेय (BJP Former MLA Naveen Markandeya) ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भरोसे का सम्मेलन (Bharose ka Sammelan) अब पूरी तरह फ्लॉप शो हो गया है। मार्कण्डेय ने कहा कि जो कांग्रेस और उसकी प्रदेश सरकार संगठन और सत्ता के अंतर्द्वंद्व में उलझी खुद भरोसे के संकट से जूझ रही है। उसके चाहे जितने भरोसे के सम्मेलन हो जाएं, वे सब सियासी ड्रामेबाजी से अधिक कुछ नहीं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी के बावजूद जांजगीर-चांपा भरोसे के सम्मेलन से भीड़ का गायब होना, यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कांग्रेस और सीएम भूपेश बघेल से अब लोगों का भरोसा उठ चुका है। मार्कण्डेय सोमवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ में पत्रकारों से मुखातिब थे।
भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय ने कहा कि जांजगीर-चांपा के लोगों का भरोसे के सम्मेलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा नहीं लेना, कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के लिए यह स्पष्ट संदेश है कि कांग्रेस की जांजगीर-चांपा और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की स्थिति दयनीय हो चुकी है। हालात ये हो चले हैं कि भरोसे के सम्मेलन के विज्ञापन में कांग्रेस को भाजपा के नेताओं की फोटो लगानी पड़ रही है। इससे साफ है कि सम्मेलन कांग्रेस की सरकार करा रही है और प्रदेश की जनता को भरोसा भाजपा के प्रति बढ़ रहा है। उम्मीद की जानी चाहिए कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे यह संदेश कांग्रेस आला कमान तक जरूर पहुंचाएंगे।
मार्कण्डेय ने कहा कि सम्मेलन में संबोधन के बीच से ही लोग उठकर चले जाने लगे, सम्मेलन की इस सच्चाई ने कांग्रेस की नींद हराम कर दी है, क्योंकि जांजगीर-चांपा, अकलतरा और पामगढ़ के लोगों ने बता दिया है कि उन्हें कांग्रेस पर अब बिलकुल भी भरोसा नहीं रह गया है। कवर्धा में सतनाम भवन को तोड़ना, जैतखंभ बनाने का वादा कर इसे जलाना, कांग्रेस सरकार से प्रताड़ित होकर युवाओं का नग्न प्रदर्शन करने की सभी घटनाएं सतनामी समाज भूला नहीं है और यही कारण है कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के सम्मेलन में शामिल न होकर लोगों ने संदेश दिया ये तो धोखे का सम्मेलन है।
भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय ने अजा वर्ग के प्रति कांग्रेस और उसकी प्रदेश सरकार के दुराग्रह के उदाहरण देते हुए बताया कि अजा समाज की महिलाओं के साथ बलात्कार के लगातार मामले सामने आ रहे हैं, अजा समुदायों के लोगों की सरेआम हत्याएँ हो रही हैं। स्वयं मुख्यमंत्री बघेल के क्षेत्र में बठेना ग्राम में 3 महिलाओं को बलात्कार के बाद जला दिया गया और पति और बेटे को भी जलाकर हत्या की गई लेकिन, प्रदेश सरकार और उसके पुलिस प्रशासन ने अपराधियों पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की, कोई जांच कमेटी नहीं बनाई और पीड़ितों को इंसाफ मुहैया नहीं कराया। धरमपुरा, रसौटा, बिलासपुर, हसौद, भटिया में जैतखाम को उखाड़ने, तोड़ने और जला दिए जाने की घटनाएं बताती हैं कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार घोर अजा विरोधी है। श्री मार्कण्डेय ने कहा कि गिरौदपुरी में भाजपा शासनकाल में करोड़ों रुपए की लागत से जो मंदिर और धर्मशाला का निर्माण कार्य चल रहा था, उसे अबतक पूरा नहीं कराया गया है। इसी प्रकार भाजपा शासन में तेलासीपुरी धाम और भण्डारपुरी धाम में दो-दो करोड़ रुपए के काम स्वीकृत हुए हैं लेकिन भण्डारपुरी धाम में अबतक काम प्रारंभ तक नहीं किया गया है और तेलासीपुरी में काम अबतक अधूरा पड़ा है।
भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय ने कहा कि अजा वर्ग के प्रति प्रदेश की कांग्रेस सरकार का भेदभाव इस कदर सामने आया है कि भाजपा शासनकाल में संत बाबा गुरु घासीदास के नाम पर स्थापित शोधपीठ तक को प्रदेश सरकार ने बंद कर दिया है। आरक्षण के मुद्दे पर भी कांग्रेस की प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए मार्कण्डेय ने कहा कि कांग्रेस ने अजा वर्ग के लिए पहले 16 प्रतिशत आरक्षण की बात कही, फिर 13 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही। कांग्रेस शासनकाल के पाँच साल का कार्य अब बीतने को है, लेकिन कांग्रेस की राज्य सरकार ने आरक्षण के अपने वादे को भी पूरा नहीं किया नाही रोस्टर का पालन कर पाए। इस अवसर पर प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी उपस्थित थे।
इनपुट (भोजेंद्र वर्मा)
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