सुकमा में नक्सली हिड़मा और पत्नी का शव गांव पहुंचा, मां का रो-रोकर बुरा हाल

हिड़मा और उसकी पत्नी के शव अब तक आंध्र प्रदेश पुलिस की कस्टडी में थे, जहां पोस्टमॉर्टम और जरूरी औपचारिकताएं पूरी की गईं।

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  • Updated On - November 20, 2025 / 12:36 PM IST

सुकमा (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मोस्ट वांटेड नक्सली माड़वी हिड़मा (Naxal Hidma) और उसकी पत्नी का शव उनके गांव पूवर्ती लाया गया। आंध्रप्रदेश बॉर्डर पर मंगलवार को ग्रेहाउंड और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दोनों मारे गए थे। एक करोड़ रुपये के इनामी हिड़मा के शव को देर रात गांव पहुंचाया गया, लेकिन सुरक्षा कारणों से दोनों के शव सीआरपीएफ कैंप में रखे गए हैं। गुरुवार को भारी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया जाएगा। थोड़ी देर में शवों को घर ले जाया जाएगा, जिसके बाद ग्रामीण रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार होगा।

हिड़मा और उसकी पत्नी के शव अब तक आंध्र प्रदेश पुलिस की कस्टडी में थे, जहां पोस्टमॉर्टम और जरूरी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसके बाद दोनों के शव गांव भेजे गए। हिड़मा के साथ उसकी पत्नी सहित कई साथी भी इस मुठभेड़ में ढेर हुए थे।

हिड़मा की मौत की खबर मिलते ही उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। वह कहती रही कि उसने कई बार बेटे को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने बात नहीं मानी। जानकारी के अनुसार हिड़मा एक बार अपनी मां को अपने साथ ले गया था, लेकिन बाद में वापस गांव छोड़ गया। गांव में सालभर पहले सुरक्षा कैंप खुलने के बाद हिड़मा ने परिवार से दूरी बना ली थी और सिर्फ गांव के बाहर ही मिलना-जुलना करता था।

गांव वालों के मुताबिक, हिड़मा आखिरी बार छह साल पहले गांव आया था। तब उसने कहा था कि फोर्स का दबाव बढ़ रहा है और वह बार-बार गांव नहीं आ सकेगा। उसने ग्रामीणों को खेती-बाड़ी करने और शांतिपूर्वक रहने की सलाह दी थी। इसके बाद वह कभी गांव नहीं लौटा।