रायपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Former Minister Brijmohan Agarwal) ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कोयला घोटाले के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस का हाथ भ्रष्टाचार (Congress Hand Corruption) के साथ है। कोयले की कालिख में छत्तीसगढ़ कांग्रेस भी पुती हुई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की सीबीआई विशेष अदालत ने छत्तीसगढ़ के एक पुराने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में कांग्रेस के पूर्व सांसद , उनके पुत्र सहित अन्य को दोषी ठहराया है। यह छत्तीसगढ़ के फतेहपुर ईस्ट कोल ब्लॉक से संबंधित है। इस मामले में आपराधिक धोखाधड़ी कर कोल ब्लॉक हासिल किया गया था। उन्होंने कहा कोयले की कालिख में कांग्रेस का चेहरा हमेशा काला हुआ है। एक लाख 76 हजार करोड़ के कोयला घोटाले को भारतीय जनता पार्टी ने सामने लाया। इसके बाद मोदी जी ने सारे कोल ब्लॉक कैंसिल करके नीलामी के आधार पर कोल ब्लॉक आवंटन की व्यवस्था की। छत्तीसगढ़ में कोयले की कालिख में पूरी सरकार का चेहरा रंगा हुआ है। कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पूरक हैं।
छत्तीसगढ़ के कॉल ब्लॉक के मामले में सीबीआई अदालत ने धोखाधड़ी के माध्यम से कोल ब्लॉक प्राप्त करने का मामला प्रमाणित पाया है। कांग्रेस की सरकार ने तो इस मामले को समाप्त कर दिया था परंतु अदालत ने कहा कि हम इस मामले को समाप्त करने की अनुमति नहीं देते हैं और जांच के आधार पर यह साबित हुआ है कि कांग्रेस के दिल्ली के नेताओं से लेकर, कांग्रेस के शीर्षस्थ नेताओं से लेकर राज्यों के नेता भी कोल घोटाले में बड़े माध्यम रहे हैं। कोल घोटाले में जिनको प्रमुख रूप से दोषी पाया गया है वह कांग्रेस के पूर्व सांसद हैं, उनके बेटे हैं, उद्योगपति हैं, उस समय के सचिव हैं।
इस बारे में सोनिया जी को, राहुल जी को स्पष्ट करना चाहिए कि छत्तीसगढ़ के घोटालेबाज लोगों के खिलाफ क्या कांग्रेस कार्रवाई करेगी? छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। हम कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी कोयले की कालिख से पुती हुई है और कोयले की कालिख से ही अपनी पार्टी को चलाती है और ऐसी पार्टी को आने वाले समय में 2023 में और 2024 में जनता खारिज करेगी।
अग्रवाल ने कहा कि जैसे बरसात के समय लोग अपने घरों की मरम्मत करते हैं, वैसे ही कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में मरम्मत का काम किया है और कहीं ऐसा न हो पूरी कांग्रेस पार्टी बारिश में बह जाएं। क्योंकि दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ तक कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। डीएमएफ घोटाले के आरोप लगाने वाले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को अपमानित करके प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया और उन को मंत्री बनाया गया। इसके पहले कांग्रेस पर आरोप लगाने वाले वरिष्ठ मंत्री जिन्होंने कहा कि 7 लाख गरीबों को मैं घर नहीं दे पा रहा हूं, उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री जी के द्वारा षड्यंत्र किया जा रहा है। ऐसे आरोप लगाने वाले को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ मंत्री टेकाम जी से मंत्री पद छीन कर उनको अपमानित किया गया है। सभी जानते हैं कि प्रेमसाय सिंह टेकाम किस से जुड़े हुए हैं। किस गुट को बिलॉन्ग करते हैं। लेकिन लगता है राजा अब राजा न रहकर लल्लूराम हो गए।
यह चारों घटनाक्रम इस बात को प्रमाणित करते हैं कि भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ की कांग्रेसी सरकार पर जो लगातार आरोप लगाती रही है, उन आरोपों को कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने मान लिया है और इसीलिए उन्होंने कहा कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव होगा और 3 महीने के लिए, 100 दिनों के लिए प्रदेश अध्यक्ष, उपमुख्यमंत्री, मंत्री, योजना आयोग का अध्यक्ष बनाया है।
उन्होंने पूछा इस समय सिंहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाया गया तो ताम्रध्वज साहू जी को क्यों नहीं बनाया गया , पहले मोहन मरकाम को मंत्री क्यों नहीं बनाया। पिछड़ा वर्ग आदिवासी वर्ग अनुसूचित जाति वर्ग इनका क्या हुआ? कांग्रेस में इनकी कोई कीमत नहीं रही। पहले 78 परसेंट आरक्षण के नाम पर सबको भुलावे में रखा गया और अब कांग्रेस अध्यक्ष पद और मंत्री के नाम पर उनका अपमान किया जा रहा है। इसे किसी भी स्तर पर छत्तीसगढ़ में कोई भी वर्ग संतुष्ट नहीं है। सबको ठगने का काम किया है। यह भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी ने किया है और यह जो कुछ हो रहा है, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर हो रहा है।
भूपेश बघेल और सिंहदेव के बीच आपस में जो कुछ है उसके कारण पूरे छत्तीसगढ़ को पीड़ा झेलने के लिए मजबूर होना पड़ा रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता कह रही है कि यह भूपेश की सरकार नहीं है यह ठगेश की सरकार है। छत्तीसगढ़ में भूपेश की सरकार ने ढेर सारे घोटाले किए हैं। छत्तीसगढ़ के धन को खाने का काम कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कर रहा है। संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल व शहर जिला भाजपा अध्यक्ष जयंती पटेल मौजूद रहे।
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