रायपुर, 26 मार्च (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के ठिकानों पर सीबीआई (CBI on Bhupesh Baghel’s hideouts) की बुधवार सुबह से छापेमारी जारी है। इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला (Sushil Anand Shukla President of the State Communication Department of Congress) ने सीबीआई की कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल से भारतीय जनता पार्टी डरी हुई है।
कांग्रेस के प्रदेश संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी भूपेश बघेल से डरी हुई है, इसलिए वह उनका राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है। इस प्रकार का षड्यंत्र करके राजनीतिक रूप से उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले ईडी की कार्रवाई हुई और अब सीबीआई की कार्रवाई की गई है।”
कांग्रेस प्रदेश चिकित्सा के प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “केंद्रीय एजेंसियां लगातार प्रताड़ित और अपमानित करने की कोशिश कर रही हैं। सरकार के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे कुछ सनसनीखेज दिखाना चाहते हैं। इसी के उद्देश्य से केंद्रीय एजेंसियां लगातार अपना काम कर रही हैं। पंजाब में कांग्रेस वापसी की ओर है, इसलिए उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जा रही है। कार्यकर्ता और नेता डरने वाले नहीं हैं, हम राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में आगे बढ़ते रहेंगे।”
सीबीआई की टीम दो गाड़ियों में सवार होकर भूपेश बघेल के घर पहुंची। इसके अलावा, सीबीआई ने पूर्व सीएम बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के घर भी रेड की है। साथ ही, आईपीएस अधिकारी आरिफ शेख और आईपीएस अफसर अभिषेक पल्लव के घर भी रेड की खबर है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीबीआई छापे की जानकारी दी है। उन्होंने (भूपेश बघेल कार्यालय) के हवाले से एक्स पर लिखा, “अब सीबीआई आई है। 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी की बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की मीटिंग के लिए आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। उससे पूर्व ही सीबीआई रायपुर और भिलाई निवास पहुंच चुकी है।” इससे पहले, ईडी ने भिलाई के पदुम नगर इलाके में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर और उनके सहयोगियों से जुड़े 14 ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की थी।