विधानसभा घेराव के बहाने ‘छत्तीसगढ़ कांग्रेस’ गरमाएगी सियासत!…इसके सियासी मायने

By : hashtagu, Last Updated : July 20, 2024 | 3:31 pm

रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) अब विधानसभा और लोकसभा के चुनावी परिणाम के बाद कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों पर विधानसभा घेराव के बहाने पार्टी में जान फूंकने की तैयारी है। 24 जुलाई के प्रदर्शन (24th July demonstrations) के इसके पीछे वजह यह भी माना जा रहा है कि नगरीय निकाय और पंचायत के इसी साल चुनाव संभावित हैं। ऐसे में पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजूटता का प्रदर्शन करने की रणनीति का मूल हिस्सा है। लेकिन जिस तरीके से कार्यकर्ताओं की नाराजगी रह-रह कर सामने आ रही है, उससे तो यही लगता है कि कांग्रेस को संगठन को मजबूती के साथ खड़ा करने की बड़ी चुनौती है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी 24 जुलाई को बड़ा प्रदर्शन करने वाली है। प्रदेशभर से आ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और सभी जगह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश स्तरीय नियंत्रण कक्ष तैयार किया है, जिस पर नजर रखने के लिए कांग्रेस नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है।

  • नियंत्रण कक्ष के जरिए मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी कांग्रेस के 22 नेताओं को दी गई है। कांग्रेस के सीनियर नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी इसके प्रभारी होंगे, तो वहीं घनश्याम राजू तिवारी और प्रवीण साहू सह प्रभारी होंगे। बाकि लोगों को सदस्य बनाया गया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि, प्रदेश की कानून व्यवस्था बर्बाद हो चुकी है।

बैठकों के जरिए बांटी गई जिम्मेदारी

कांग्रेस पार्टी के विपक्ष में आने के बाद का ये सबसे बड़ा प्रदर्शन होने वाला है, सरकार के शुरूआती दिनों से ही कांग्रेस पार्टी प्रदेश की कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाने में जुडी हुई है। इस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस सीनियर नेताओं ने बैठक कर पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां बांटेंगी।

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