हिमाचल से पहुंचे भूपेश, बोले, एक ड्राइवर का बेटा बना CM, जानें और क्या कहा

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ताजपोशी कराने के बाद शाम एयरपोर्ट पर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भव्य स्वागत कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया। जहां उन्होंने मीडिया से कहा कि देव भूमि हिमाचल की जनता ने ड्राइवर के बेटे को मुख्यमंत्री बनाया है।

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  • Updated On - December 11, 2022 / 08:32 PM IST

छत्तीसगढ़। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ताजपोशी कराने के बाद शाम एयरपोर्ट पर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(Bhupesh Baghel)  का भव्य स्वागत कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया। जहां उन्होंने मीडिया से कहा कि देव भूमि हिमाचल (Himachal) की जनता ने ड्राइवर के बेटे को मुख्यमंत्री बनाया है। जिसके वहां की जनता और हमारे छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत धन्यवाद। क्योंकि यहां से काफी संख्या में हमारे साथी वहां चुनाव प्रचार के दौरान गए थे। वहां की जनता ने कांग्रेस पार्टी में विश्वास जताया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि छत्तीसगढ़ की 5 गारंटी योजनाओं को हिमाचल में लागू करने का वादा था, जिसे सभी ने पसंद किया और कांग्रेस पर मुहर लगाई। बहरहाल, भूपेश हिमाचल प्रदेश में चुनाव कराने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिस पर वे पूरे सौ फीसदी खरे उतरे हैं। अब उनका कद एक राष्ट्रीय स्तर के जादुई नेता के तौर पर स्थापित हो चुका है।

बता दें, बिना किसी राजनीतिक वंशवाद के, लेकिन व्यापक संगठनात्मक अनुभव के साथ रैंक से उठे चार बार के कांग्रेस विधायक ५८ वर्षीय सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारी भीड़ के बीच रविवार को हिमाचल प्रदेश के १५वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। ६० वर्षीय चार बार के विधायक मुकेश अग्निहोत्री ने १० मिनट से भी कम समय तक चले समारोह में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दोनों ने हिंदी में शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारोह ऐतिहासिक रिज पर आयोजित किया गया जो दोपहर १.३० बजे निर्धारित समय से २० मिनट की देरी से शुरु हुआ। इस समारोह में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) समेत राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और पवन बंसल के अलावा हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने भी हिस्सा लिया। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री के रूप में सुक्खू का यह पहला कार्यकाल होगा। कैबिनेट विस्तार बाद में किया जाएगा।

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