छत्तीसगढ़। हमेशा गंभीर विषयों और मौकों पर गंभीर व सतर्क रहने वाले प्रदेश (Chhattisgarh) के मुखिया भूपेश और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत आज मजाकिया मूड में दिखे। उन्होंने बात ही बात में एक-दूसरे से हंसी ठिठोली भी कर ली। उनके इस वार्तालाप से भी एक बारगी ठहाके मारकर लोग हंसने भी लगे। विधानसभा में बुधवार शाम एक रोचक वाकया देखने को मिला। दरअसल, छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज उत्कृष्टता अलंकरण समारोह (Excellence Award Ceremony) का आयोजन था। इस दौरान अतिथियों का संबोधन चल रहा था। तभी विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच मजाकिया लहजे में एक-दूसरे के बीच संवाद शुरू हुआ।
इस बार विधायक संतराम नेताम को उत्कृष्ट विधायक का पुरस्कार मिला. समारोह के बाद सीएम भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि मैं पांच बार विधानसभा पहुंचा, लेकिन अलंकरण नहीं मिला. वहीं दूसरी बार के विधायक संतराम नेताम को ये अलंकरण मिला, जिसके लिए उन्हें बधाई।
सीएम के बाद अब बारी विधानसभा अध्यक्ष की आई। उन्होंने कहा कि मुझे मध्यप्रदेश में उत्कृष्ट विधायक के रूप में अलंकरण मिला है। इसके बाद स्पीकर ने सीएम की ओर देखकर कहा कि आपको उत्कृष्ट पुरस्कार नहीं मिला। इसलिए ऊपर वाले ने उत्कृष्ट मुख्यमंत्री बनाया, जो सबसे बड़ा पुरस्कार है। जिसके लिए हम तरस रहे हैं. दोनों नेताओं के बीच की इस वार्ता को सुनकर सभाकक्ष ठहाकों से गूंज उठा।