रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnudev Sai) ने बुधवार को महानदी भवन (मंत्रालय) में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों की हाई लेवल बैठक लेकर राज्य में नक्सल उन्मूलन अभियान (Naxal eradication campaign in the state) की गहन समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से हमारी सरकार आई है, नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई मजबूत हुई है। नक्सलियों के विरूद्ध हमारे पुलिस जवान मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं। नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज हो रहे हैं, लगातार कैम्प स्थापित हो रहे हैं. पिछली सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ गम्भीरता से लड़ाई नहीं लड़ी लेकिन हमारे सुरक्षा बल के जवानों ने माओवादी-आतंकियों के खात्मे की कार्यवाही की शुरूआत की है । छत्तीसगढ़ से हम न सिर्फ इन्हें खदेड़ेंगे बल्कि इनका नामो निशान मिटा देंगे। यह हमारी सरकार की प्राथमिकता है। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा कैम्प के आसपास लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में माओवाद-आतंक के खात्मे के लिए बीते एक डेढ़ माह से संचालित अभियान के चलते नक्सली बौखला गए हैं और इसी के चलते हमारे सुरक्षा बलों के जवानों पर घात लगाकर कायराना हमला कर रहे हैं। नक्सलियों की यह हरकत बेहद घृणित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमे नक्सलियों को हर हाल में मुंहतोड़ जबाव देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फोर्स के लगातार आगे बढ़ते जाने से पहुंचविहीन इलाकों में भी कैम्प लगाने से माओवादी आतंकी बौखला गए हैं। अपने अस्तित्व के बचाव में नक्सली कायराना हमला कर रहे हैं।
बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव गृह मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, एडीजी नक्सल ऑपरेशन श्री विवेकानंद सिन्हा, एडीजी अमित कुमार, सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी.दयानंद, डॉ. बसवराजू एस. उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें : कौन हैं झारखंड के अगले सीएम चंपई सोरेन, जानिए उनका सियासी सफर