रायपुर: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार (Balodabazar) जिले में धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में सोमवार को सतनामी समाज के आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के एक दिन बाद, मंगलवार को राज्य के दो मंत्रियों ने कांग्रेस नेताओं पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल और राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने मंगलवार शाम यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि सतनामी समाज के प्रदर्शन तथा आगजनी और लूट की घटना में कुछ विधायकों सहित कांग्रेस के नेता शामिल थे। कांग्रेस के नेता हुए शामिल
बघेल ने कहा, ”प्रदर्शन में पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, निवर्तमान विधायक देवेंद्र यादव और कविता प्राणलहरे समेत कांग्रेस के नेता शामिल हुए। उन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आगजनी और लूट की घटना को बढ़ावा दिया। यह घटना कांग्रेस की सोची-समझी साजिश का नतीजा है। विष्णुदेव साय सरकार को बदनाम करने की नापाक कोशिश की गई।”
बाहरी विचारधारा का लिया समर्थन
मंत्री ने कहा, ”इसमें भीम आर्मी जैसी बाहरी विचारधारा का भी सहारा लिया गया। कंपोजिट बिल्डिंग (जिसमें जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और अन्य कार्यालय हैं) को जला दिया गया और तीन दमकल वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। इस घटना में करीब 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए और मीडियाकर्मियों से भी मारपीट की गई। आम लोगों को सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। संपत्ति की रजिस्ट्री कराने बलौदाबाजार रजिस्ट्री अधिकारी के पास आए लोगों से लाखों रुपए भी लूट लिए गए।”
सतनामी समाज अपराध नहीं कर सकता
उन्होंने कहा, “शांति और भाईचारे का संदेश देने वाले सतनामी समाज द्वारा ऐसा अपराध कभी नहीं किया जा सकता। इस पूरी घटना के पीछे राजनीतिक साजिश है।” मंत्री बघेल ने आरोप लगाया कि यह दुखद घटना कांग्रेस की साजिश के कारण हुई है, जो केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। किसी ने नहीं सोचा था कि कांग्रेस राजनीति के लिए इतने निचले स्तर पर गिर सकती है।