कांग्रेस बोली, ‘नाॅन-चिटफंड’ घोटाले की ED करे जांच!, रमन को घेरा
By : madhukar dubey, Last Updated : March 1, 2023 | 3:51 pm
इतना ही अधिवेशन स्थल पर टेंट लगाने वाले व्यापारी को भी घंटों ईडी ने बैठाए रखा। कहा, अग्रेजों के समय भी कांग्रेस के अधिवेशन होते रहे हैं लेकिन कभी अधिवेशन पर रोक नहीं लगी। लेकिन आज बीजेपी लोकतंत्र के मूल्यों की हत्या कर रही है। उन्होंने कहा, बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वे अब निम्न स्तर की राजनीति पर उतर आए हैं।
उन्होंने कहा, अधिवेशन में हमारी नेता सोनिया गांधी तबीयत खराब होने के बावजूद आई थीं। ऐसे पर उनके सिर छाता लगाने पर पीएम मोदी को भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है। बीजेपी अब विपक्ष को इतना डर लगने लगा है कि वे अधिवशेन तक नहीं होने दे रहे हैं। जब अमित शाह ने जेपी नड्डा को गंदे तरीके से हटाया था, वो उन्हें नहीं दिखता। ये सच्चाई है कि बीजेपी के पास मुद्दा नहीं है। बीजेपी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से डरी हुई है। इसलिए बीजेपी अनैतिक हथकंडे अपना रही है।
सुशील कुमार आनंद शुक्ला ने नान और चिटफंड घोटाले पर वार किया
कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा जब बीजेपी की सरकार भी बहुत सारे भ्रष्टाचार हुए थे। कहा, 36 हजार करोड़ रुपए का नॉन घोटाला हुआ था। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनकी पत्नी वीणा सिंह सीएम मैडम के नाम डायरी में आए थे। इसके अलावा कई अधिकारियों के भी नाम आए थे। इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी जांच के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। इसके बावजूद जांच ईडी को नहीं दी गई।
कहा, ऐसे ही चिटफंड कंपनियाें के जरिए भी जनता की गाढ़ी कमाई को लूटा गया। रमन सिंह के परिजन और इनके नेता जाकर चिटफंड कंपनियों की ऑफिस का फीता काटते थे। सरकार के हस्तक्षेप को देखकर लोगों ने 6 हजार करोड़ रुपए निवेश कर दिए। कहा, इसलिए कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि नान घोटाला और चिटफंड घोटाले की जांच ईडी से कराई जाए। प्रेसवार्ता में मेयर एजाज ढेबर सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
आजादी के पहले कांग्रेस के 58 अधिवेशन हुए, कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ कई प्रस्ताव पारित किए फिर भी अंग्रेजों ने कभी कांग्रेस का अधिवेशन नहीं रोका, लेकिन मोदी सरकार ने विपक्ष के अधिवेशन को रोकने का प्रयास किया- श्री @MohanMarkamPCC pic.twitter.com/jtqYUzwD5V
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) March 1, 2023
चिटफंड घोटाले में @drramansingh, उनके परिवार और रमन सरकार के मंत्रियों ने चिटफंड कंपनियों की भी ब्रांडिंग की लेकिन जनता की गाढ़ी कमाई के लगभग ₹6000 करोड़ डूबने के बाद भी ED इसकी जांच से परहेज क्यों कर रही है – श्री @SushilAnandCG pic.twitter.com/TF6ZlQTFt9
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) March 1, 2023