छत्तीसगढ़। विधानसभा में मानसून सत्र (Monsoon Session in Assembly) के पहले दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। सत्र से पहले कार्य मंत्रणा समिति की बैठक हुई। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य मौजूद रहे। मानसून सत्र के पहले दिन कार्यमंत्रणा समिति की बैठक (Business Advisory Committee Meeting) के दौरान दिवंगत भिलाई वैशाली नगर से विधायक रहे विद्यारतन भसीन को श्रद्धांजलि दी गई।
मानसून सत्र में विधायकों ने 550 सवाल लगाए हैं। जिसके जवाब मंत्री देंगे। सत्र में विपक्ष की ओर से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना दी जाएगी। इस पर चर्चा 21 जुलाई को आधी रात तक चलने के संकेत हैं। विधानसभा के कार्यकाल में दूसरी बार यह प्रस्ताव लाया जा रहा है, हालांकि केवल 13 विधायक होने की वजह से इसमें विपक्ष की हार तय है, फिर भी वह सरकार की खामियों और कथित घोटालों को सदन में सार्वजनिक करने का अवसर लेना चाह रहा है।
सरकार की तरफ से 2022-23 के लिए महालेखाकार की रिपोर्ट पेश किए जाने की सूचना है। विधेयकों में निजी विश्वविद्यालय स्थापना, भारतीय स्टाम्प अधिनियम संशोधन विधेयक, छत्तीसगढ़ मंडी शुल्क संशोधन और विधानसभा सदस्यता संशोधन विधेयक शामिल हैं। इसमें लाभ के दो पद संबंधी एक संशोधन का प्रस्ताव है जिसमें राज्य योजना मंडल की जगह आयोग प्रतिस्थापित किया जाना है।
सत्र के दौरान सरकार जहां 3 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट लाएगी वहीं उसे अंतिम दिन विपक्ष के अविश्वास का सामना करना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक मानसून सत्र में महालेखाकार की रिपोर्ट पेश होने पर हंगामा होना तय माना जा रहा है। सदन में पहले दिन भाजपा विधायक विद्यारतन भसीन और अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री भानुप्रताप सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी। उसके बाद तीन दिन सदन में हंगामे के बीच कार्यवाही चलेगी।
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